यदि आप नवरात्रि के अवसर पर सलकनपुर बिजासन माता के दर्शन करने के लिए जाना चाहते हैं तो कृपया इस समाचार को ध्यानपूर्वक पढ़ें। मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष महेश उपाध्याय ने बताया कि 9 दिनों तक विजयासन माता के पट तड़के 3 से रात 12.30 बजे तक खुले रहेंगे। नवरात्रि में रोजाना मां विजयासन का दुर्गा सप्तशती का पाठ होगा। 108 ज्योति प्रज्ज्वलित होंगी। 5 पहर आरती होगी। विशेष श्रृंगार किया जाएगा। अष्टमी की रात महानिशा हवन पूजन होगी।
सलकनपुर मां विजयासन धाम मंदिर तक कैसे पहुंचेंगे
- सीढ़ी: पैदल यात्री एक हजार 450 सीढ़ियां चढ़कर जा सकते हैं।
- सड़क मार्ग: प्राइवेट वाहन प्रतिबंधित हैं। अनुबंधित वाहन से जा सकते हैं। दिशा निर्देश नीचे लिखे हुए हैं।
- रोप-वे: सुबह 10 से शाम 6 बजे तक चालू रहेगा। 100 रुपए प्रति व्यक्ति किराया है।
सलकनपुर माता मंदिर का ढाई किमी रास्ता नो व्हीकल जोन
टैक्सी वाहन से मंदिर पहुंचने वाले श्रद्धालुओं के लिए ऊपर वन-वे रूट रहेगा। वाहन से उतरकर श्रद्धालु प्रसाद, पूजन-पाठ वाली दुकान वाले रास्ते से मंदिर पहुच पाएंगे। दर्शन कर लौटते समय निर्माणधीन कॉरिडोर वाले मार्ग से वाहन तक पहुंच पाएंगे। मेन रोड पर पुलिस चौकी नहर के सामने से बुधनी रोड बायपास तक का करीब ढाई किलोमीटर का रास्ता नो व्हीकल जोन रहेगा।
अधिकृत टैक्सी वाहनों मंदिर तक जाने के दिशा निर्देश
प्रशासन मंदिर समिति ने मुख्य मार्ग से मंदिर तक ऊपर श्रद्धालुओं को लाने- ले जाने के लिए 140 टैक्सियों को अनुबंधित किया है। इसमें प्रति श्रद्धालु 60 रुपए किराया तय किया गया है। इसके लिए पुलिस चौकी के पास काउंटर बनाया गया है। जहां से श्रद्धालुओं को पास मिलेगा। इस पास के माध्यम से श्रद्धालु किसी भी अधिकृत टैक्सी में दर्शन के लिए ऊपर जा सकते हैं और किसी भी टैक्सी से वापस लौट कर आ सकते हैं।
सलकनपुर माता मंदिर में प्राइवेट वाहनों की पार्किंग
- भोपाल, सीहोर, नसरुल्लागंज से आने वाले वाहन पुलिस चौकी से पहले पार्क हाेंगे। यहां पार्किंग के लिए दो मैदान बना गए हैं।
- नर्मदापुरम, बैतूल, पिपरिया से आने वाले वाहनों को बायपास के पास बने खेत में पार्क किया जाएगा।
- हरदा सिवनी मालवा, आवली घाट से आने वाले वाहन वहीं एक खेत में पार्क होंगे।
नवरात्रि में सलकनपुर बिजासन माता की आरती का समय
- अलसुबह 3 बजे पट खुलेंगे
- प्रभात आरती - सुबह 5.30 बजे
- सुबह - 9 बजे
- मध्यान्ह आरती- 11.30 बजे
- संध्या आरती- 7.30 बजे
- शयन आरती- रात 12 बजे
नवरात्रि में मांगी गई मनोकामना पूरी होने पर कब क्या करते हैं
साल में दो बार नवरात्रि के समय यहां ज्यादा भीड़ होती है। मंदिर में पंचमी, अष्टमी और नवमी के दिन सबसे ज्यादा भीड़ देखी जाती है। फरवरी-मार्च में माघ मेला लगता है। इसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालु माता के दरबार में मनोकामना पूरी होने के बाद जमाल चोटी (मुंडन) उतारने के लिए आते हैं। साथ ही, तुलादान करते हैं।
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