JABALPUR NEWS- 25 लाख के कारण शेयर ट्रेडर की हत्या, डेड बॉडी के 25 टुकड़े करके नाले में फेंका

जबलपुर।
भारतीय पुलिस सेवा के अधिकारी श्री तुषारकांत विद्यार्थी ने पुलिस अधीक्षक जबलपुर पदभार ग्रहण करते ही सिस्टम को दुरुस्त किया और इसका नतीजा सामने आ गया है। 50 दिन पुराने अंधे कत्ल का खुलासा हो गया है। कछपुरा नाले में जो मानव अंग मिले थे, वह एक शेयर ट्रेडर के थे और 2500000 रुपए के लेनदेन के चलते उसी के दोस्त ने उसकी हत्या करके पुलिस को कंफ्यूज करने के लिए फिल्म दृश्यम जैसा सीन क्रिएट कर दिया था। 

जब पुलिस का शिकंजा कसा तो आरोपी ने भी आत्महत्या कर ली

श्री टीके विद्यार्थी ने मामले का खुलासा करते हुए बताया कि मृत व्यक्ति का नाम अनुपम शर्मा था जो संजीवनी नगर थाना क्षेत्र के जासूजा सिटी में रहता था एवं शेयर ट्रेडिंग का काम किया करता था। इस मामले का आरोपी विनोद शर्मा उर्फ टोनी, उसका मित्र था। जब विनोद शर्मा पर पुलिस का शिकंजा कसने लगा तो उसने सुसाइड कर लिया। इस हत्याकांड में उसका साथ देने वाले विनोद शर्मा के किराएदार श्री राम प्रकाश पूनिया को गिरफ्तार कर लिया गया है। घटना की पूरी कहानी भी राम प्रकाश पूनिया ने ही बताई है और उसकी निशानदेही पर कई सबूत भी मिल गए हैं। 

अनुपम शर्मा की हत्या- घटना का विवरण एवं कारण

पुलिस अधीक्षक श्री टीके विद्यार्थी ने बताया कि अनुपम शर्मा और विनोद शर्मा के बीच ₹2500000 के लेनदेन को लेकर विवाद शुरू हो चुका था। विनोद का किराएदार रामप्रकाश पूनिया मूल रूप से कलाकार है और अक्सर मुंबई आता जाता रहता है। पिछले कई महीनों से किराया नहीं दे पाया था। विनोद ने लालच देकर रामप्रकाश को अपनी साजिश में शामिल कर लिया। अनुपम शर्मा को हिसाब किताब के लिए बुलाया और फिर रामप्रकाश एवं विनोद ने गला घोट कर उसकी हत्या कर दी। 

पुलिस कार्रवाई से बचने के लिए उन्होंने अनुपम शर्मा के मोबाइल से उसके पिता को मैसेज किया कि अपने पापों का प्रायश्चित करने के लिए अध्यात्म की राह पर जा रहा है। आश्रम में रहेगा और किसी से बात नहीं करेगा। अनुपम के पिता ने उसकी गुमशुदगी दर्ज करा दी थी। पुलिस ने एक के बाद एक कड़ी जोड़ते हुए विनोद शर्मा पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया। इस दौरान नाले में एक अज्ञात लाश के टुकड़े भी मिल गए। 

विनोद का किराएदार मुंबई जा रहा था। पुलिस को कंफ्यूज करने के लिए विनोद ने अपने किराएदार को अनुपम का मोबाइल दिया और कहा कि नासिक से उसके पिता को मैसेज करना और मोबाइल फोन ट्रेन में ही छोड़ देना ताकि पुलिस उसकी लोकेशन के पीछे भागती रहे और परेशान होकर गुमशुदा इंसान की तलाश बंद कर दे, जैसा फिल्म दृश्यम में हुआ था, परंतु पुलिस कंफ्यूज नहीं हुई। शिकंजा कसता चला गया।

इन्वेस्टिगेशन के बीच में ही विनोद शर्मा ने सुसाइड कर लिया। पुलिस ने पूछताछ के लिए उसके किराएदार रामप्रकाश को राउंडअप किया। रामप्रकाश में सारी कहानी बता दी। उसने बताया कि किस प्रकार विनोद ने लकड़ी काटने वाली आरी से अनुपम शर्मा की डेड बॉडी के छोटे-छोटे टुकड़े किए और पॉलिथीन में बंद करके नाले में फेंक दिए थे। 

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