Mohenjo Daro sindhu Ghati sabhyata Indus vali peoples photo
4500 साल पहले भारतवर्ष की सिंधु घाटी सभ्यता मोहनजोदड़ो आज भी सारी दुनिया के लिए रहस्य का विषय है दुनिया भर के वैज्ञानिक जानना चाहते हैं कि इतनी व्यवस्थित सभ्यता अचानक नष्ट कैसे हो गई।
सिंधु घाटी सभ्यता के लोग कैसे दिखते थे, क्या पहनते थे
इसके खंडहर आज भी बड़े स्पष्ट तरीके से बताते हैं कि यहां के लोग कितने व्यवस्थित और सुरक्षित हुआ करते थे। उनके घरों के अवशेष तो मिलते हैं परंतु सिंधु घाटी सभ्यता के लोग कैसे थे। क्या पहनते थे और कैसे दिखते थे। यह कोई नहीं जानता।
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से बनाए 4500 साल पुराने लोगों के फोटो
सिंधी भाषा के एक कलाकार रहमतुल्लाह मल्लाह ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के माध्यम से कुछ फोटोग्राफ तैयार किए हैं। उनका कहना है कि यह 100% तो नहीं लेकिन 70% परफेक्ट मैच करते हैं। अब संभावना है कि भविष्य में और ज्यादा परफेक्ट फोटो तैयार किए जा सकेंगे।
मोहनजोदड़ो सिंधु घाटी सभ्यता की खोज किसने की
मोहनजोदड़ो की खोज 1922 में आरडी बनर्जी ने की थी। वह भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के एक अधिकारी थे, दो साल बाद हड़प्पा और उसके उत्तर में लगभग 590 किमी दूर स्थित खुदाई शुरू की।
मोहनजोदड़ो की सबसे महत्वपूर्ण बात क्या है
यह दुनिया की सबसे पहली शहरी संस्कृति है। यहां पर पीने के 700 कुएं खोदे गए थे। पानी की निकासी का प्रबंध था। एक ऐसा शहर बनाया गया था जो चारों तरफ से सुरक्षित था और 4500 साल पहले जीवन को सबसे आसान कर दिया गया था। इससे पहले तक इंसान, जानवरों की तरह प्रकृति पर निर्भर रहा करते थे।
✔ इसी प्रकार की जानकारियों और समाचार के लिए कृपया यहां क्लिक करके हमें गूगल न्यूज़ पर फॉलो करें एवं यहां क्लिक करके हमारा टेलीग्राम चैनल सब्सक्राइब करें। क्योंकि भोपाल समाचार के टेलीग्राम चैनल पर कुछ स्पेशल भी होता है। यहां क्लिक करके व्हाट्सएप ग्रुप ज्वाइन कर सकते हैं।