Islamnagar Jagdishpur Bhopal histry and story - इस्लामनगर जगदीशपुर भोपाल की कहानी और इतिहास

मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के एक गांव इस्लामनगर का नाम बदलकर जगदीशपुर कर दिया गया है। मध्यप्रदेश शासन की ओर से गजट नोटिफिकेशन जारी हो चुका है और दिनांक 1 फरवरी 2023 से आधिकारिक रूप से इस गांव का नाम जगदीशपुर हो गया है। आइए पढ़ते हैं इस्लामनगर भोपाल की कहानी और इतिहास:- 

दोस्त मोहम्मद खान को मुगलों ने भाड़े के हत्यारे के रूप में अनुबंधित किया था

दोस्त मोहम्मद खान उर्फ दोस्त खान, नाम बड़ा अच्छा लगता है परंतु काम बिल्कुल उल्टे थे। मूल रूप से अफगानिस्तान का एक शातिर अपराधी था जो अपना गिरोह बनाना चाहता था। वहां तो सफल नहीं हो पाया परंतु भारत में मुगलों ने उसे भाड़े के हत्यारे के रूप में अनुबंधित कर लिया। कुछ ही समय में मुगलों को उसकी असलियत पता चल गई है और उसे निकाल दिया गया। मुगलों के लिए काम करते समय ही वह मालवा आया था। 

सन 1715 में जगदीशपुर पर हमला और इस्लाम नगर की स्थापना 

कुछ ही समय में दोस्त मोहम्मद खान को समझ में आ गया था कि भारत में भाड़े के हत्यारों के गिरोहों का कोई भविष्य नहीं है। उसमें जगदीशपुर पर हमला कर दिया लेकिन राजा नरसिंह देवड़ा के सामने एक नहीं पाया और बुरी तरह हार गया। फिर माफी मांगने के बहाने राजा नरसिंह देवड़ा को एकांत में बुलाया और धोखे से उनकी हत्या कर दी। जगदीशपुर पर कब्जा कर लिया और उसका नाम बदलकर इस्लामनगर रख दिया। इस प्रकार भोपाल के नवाब परिवार और इस्लाम नगर की स्थापना हुई। 

भोपाल समाचार डॉट कॉम में भोपाल के इतिहास के संबंध में कई महत्वपूर्ण दस्तावेज प्रकाशित हुए हैं। कृपया अवश्य पढ़ें:- 

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