नई दिल्ली। भारत में उत्तर प्रदेश के नोएडा फार्मा कंपनी Marion Biotech का लाइसेंस सस्पेंड कर दिया गया है। यह एक ऐसी भारतीय मल्टीनेशनल कंपनी है। इसकी बिक्री पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन की ओर से अपील जारी की गई है कि इस कंपनी द्वारा बनाए गए कफ सिरप एम्बरोनॉल सिरप और डीओके-1, बच्चों के लिए इस्तेमाल ना करें। आरोप है कि उज्बेकिस्तान में इस कंपनी के कफ सिरप पीने के कारण 19 बच्चों की मौत हो गई।
नोएडा की फार्मा कंपनी मैरियन बायोटेक का लाइसेंस सस्पेंड
गौतमबुद्धनगर के औषधि निरीक्षक वैभव बब्बर ने बताया कि दवा फर्म मैरियन बायोटेक प्राइवेट लिमिटेड को उत्तर प्रदेश खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन (एफएसडीए) ने फर्म से दवा उत्पादन में इस्तेमाल जरूरी रा मैटेरियल, दवा बिक्री के रिकार्ड के संबंध में जानकारी मांगी थी। कंपनी की ओर से समय पर जानकारी नहीं दी गई। जिसके बाद मंगलवार को कंपनी का दवा उत्पादन लाइसेंस निलंबित कर दिया गया है। कंपनी प्रतिनिधि को उत्पादन के निलंबन के आदेश की कापी उपलब्ध कराई है। लैब भेजे गए दवा नमूनों की रिपोर्ट का इंतजार है। रिपोर्ट प्राप्त होने के बाद ही आगे की कार्रवाई होगी
उज्बेकिस्तान सरकार ने 28 दिसंबर को आरोप लगाया था कि भारत में बने कफ सिरप से उनके देश में 18 बच्चों की मौत हुई। उज्बेक हेल्थ मिनिस्ट्री ने कहा कि नोएडा के मेरियन बायोटेक में बना कफ सिरप DOK-1 MAX पीने से बच्चों की जान गई। वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन (WHO) ने इसी मामले में सिरप की जांच की है। WHO ने कहा कि जांच में पाया गया है कि दोनों सिरप अच्छी क्वालिटी के नहीं हैं। इनमें दूषित पदार्थों के रूप में डायथिलीन ग्लाइकोल या एथिलीन ग्लाइकोल की सही मात्रा शामिल नहीं है।
अपील की गई है कि जब तक जांच पूरी नहीं हो जाती तब तक DOK-1 MAX का उपयोग ना करें। ✔ इसी प्रकार की जानकारियों और समाचार के लिए कृपया यहां क्लिक करके हमें गूगल न्यूज़ पर फॉलो करें एवं यहां क्लिक करके हमारा टेलीग्राम चैनल सब्सक्राइब करें। क्योंकि भोपाल समाचार के टेलीग्राम चैनल पर कुछ स्पेशल भी होता है।