MP NEWS- उच्च शिक्षा विभाग में गड़बड़झाला, भोपाल में 52 प्रोफेसरों के अटैचमेंट पर सवाल

भोपाल
। मध्य प्रदेश शासन के उच्च शिक्षा विभाग में जितनी जरूरत है उतने कर्मचारी मौजूद है। इसके बावजूद कई कर्मचारियों को अनावश्यक अटैच किया जा रहा है। हाल ही में 15 प्रोफेसरों को प्रतिनियुक्ति पर लिया गया है। अब तक कुल 52 प्रोफेसर अटैच किए जा चुके हैं। स्थिति यह है कि लॉ कॉलेज में केवल जय प्रोफ़ेसर बचे हैं और एमबीएम पूरा का पूरा अतिथि विद्वानों के हवाले कर दिया गया है। चिंता की बात यह है कि डिपार्टमेंट, यह बताने को तैयार नहीं कि इन प्रोफेसरों से क्या काम लिया जा रहा है। 

MP HED में बड़ा सवाल, अचानक इतने प्रोफेसरों की क्यों जरूरत पड़ गई

मध्य प्रदेश शासन के उच्च शिक्षा विभाग में कर्मचारियों की कमी नहीं है। उसके बावजूद कुछ खास प्रकार के कर्मचारियों को प्रतिनियुक्ति पर बुलाया जा रहा है। डिपार्टमेंट में OSD के केवल 14 पद स्वीकृत हैं। इसके विरुद्ध 24 कर्मचारियों को OSD बना रखा है। हाल ही में 15 प्रोफेसरों को प्रतिनियुक्ति पर बुलाया गया है। प्रोफेसरों की नियुक्ति कॉलेज में पढ़ाने के लिए हुई है परंतु भोपाल के 55 प्रोफेसर डिपार्टमेंट में अटैच कर दिए गए हैं। लोग समझ नहीं पा रहे हैं कि परीक्षा से पहले प्रोफेसरों को कॉलेज से हटाकर किसी दूसरे काम पर क्यों लगाया गया है। 

प्रोफेसरों को विशेष काम में अटैच किया है: कमिश्नर उच्च शिक्षा विभाग 

लोकतंत्र में केवल राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दों पर गोपनीयता का प्रावधान है परंतु उच्च शिक्षा विभाग के कमिश्नर कर्मवीर शर्मा कहते हैं कि प्रोफेसरों को किसी विशेष काम के लिए अटैच किया गया है। वह विशेष काम क्या है फिलहाल नहीं बता सकते। ऐसी स्थिति में संदेह, क्यों न किया जाए। क्यों ना यह माना जाए कि कुछ ऐसा हो रहा है जो बताया नहीं जा सकता। जिसे छुपाना जरूरी है। शायद कोई गड़बड़ी। 55 प्रोफेसर हैं तो क्या कोई भर्ती परीक्षा या फिर लोक सेवा आयोग।

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