भोपाल। दिनांक 1 जनवरी 2023 कांग्रेस पार्टी और मध्य प्रदेश की राजनीति के लिए महत्वपूर्ण दिन हो सकता है। इस दिन पता चल जाएगा कि मध्यप्रदेश के कितने कांग्रेस कार्यकर्ता, कमलनाथ के साथ हैं और कितने नहीं। कमलनाथ की टीम ने दिनांक 1 जनवरी 2023 को कमलनाथ को मुख्यमंत्री बनाने के लिए संकल्प दिवस का आह्वान किया है।
MPCC वाइस प्रेसिडेंट चंद्रप्रभाष शेखर का बयान
कमलनाथ के वाइस प्रेसिडेंट चंद्रप्रभाष शेखर ने बताया कि मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने दिनांक 1 जनवरी 2023 को कमलनाथ को मुख्यमंत्री बनाने के लिए संकल्प दिवस का आयोजन किया है। इस दिन पूरे मध्यप्रदेश में कांग्रेस का एक-एक कार्यकर्ता अपने घर से निकल कर पार्टी के कार्यक्रम में शामिल होगा और कमलनाथ को मध्य प्रदेश का अगला मुख्यमंत्री बनाने के लिए संकल्प लेगा।
पहले दिन पता चलेगा कमलनाथ को कितने कांग्रेस कार्यकर्ताओं का समर्थन
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के द्वारा कमलनाथ को मुख्यमंत्री बनाने के लिए संकल्प दिवस का ऐलान करने के साथ ही यह भी निर्धारित हो गया कि इस दिन कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ताओं में कमलनाथ की लोकप्रियता का पता चल जाएगा। कमलनाथ को कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ताओं ने प्रदेश अध्यक्ष नहीं चुना था, लेकिन 1 जनवरी 2023 के कार्यक्रम से यह भी पता चल जाएगा कि कांग्रेस पार्टी के हाईकमान ने कमलनाथ को प्रदेश अध्यक्ष बनाकर सही किया या नहीं। उल्लेख अनिवार्य है कि इसी साल 2023 में विधानसभा के चुनाव में और 2023 के पहले दिन पार्टी के भीतर कमलनाथ की स्थिति का पता चल जाएगा।
कमलनाथ को स्वयंभू सीएम कैंडिडेट बनाया जाता है
मध्यप्रदेश में आलोचकों द्वारा कमलनाथ को कांग्रेस पार्टी का स्वयंभू सीएम कैंडिडेट बुलाया जाता है। बताया जाता है कि विधानसभा चुनाव की तैयारियों से पहले कमलनाथ ने अपने घर में कुछ नेताओं और अपनी कार्यकारिणी के पदाधिकारियों को बुलाकर खुद को कांग्रेस पार्टी का सीएम कैंडिडेट घोषित करवा दिया था। वैसे मध्यप्रदेश में कांग्रेस पार्टी के नेता सारे फैसले हाईकमान पर छोड़ देते हैं परंतु कमलनाथ को सीएम कैंडिडेट घोषित करने का फैसला हाईकमान नहीं छोड़ा गया था।