नई दिल्ली। हिमाचल प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की हार का कारण केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर को बताया जा रहा है। सोशल मीडिया पर उनके खिलाफ अभियान चल गया है। उन्हें केंद्रीय मंत्री पद से हटाने की मांग की जा रही है। लोगों का कहना है कि यदि अनुराग ठाकुर नहीं होते तो हिमाचल प्रदेश में रिकॉर्ड बनता है। भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनती।
ट्विटर पर अनुराग ठाकुर ट्रेन कर रहे हैं। लोगों का कहना है कि अनुराग ठाकुर ने हिमाचल प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी पर कब्जा करके रखा हुआ है। उनके प्रभाव क्षेत्र वाली 17 में से 15 सीटों पर भारतीय जनता पार्टी चुनाव हार गई है। हिमाचल प्रदेश में लोगों ने भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ नहीं बल्कि अनुराग ठाकुर के खिलाफ वोट किया है। लोगों का आरोप है कि अनुराग ठाकुर को हाईप्रोफाइल लोगों के साथ मिलना जुलना पसंद है। उन्हें हिमाचल प्रदेश की जनता की फिक्र ही नहीं थी।
उल्लेखनीय है कि अनुराग ठाकुर के पिता प्रेम कुमार धूमल भी चुनाव हार गए थे जबकि वह मुख्यमंत्री थे। हिमाचल प्रदेश में भाजपा की हार की थोड़ी जिम्मेदारी जेपी नड्डा पर भी दी जा रही है। यहां याद दिलाना जरूरी है कि चुनाव के दौरान भारतीय जनता पार्टी के कुछ नेताओं ने श्री जेपी नड्डा का खुला विरोध किया था। अनुराग ठाकुर पर हिमाचल बाद में ठाकुर व चलाने का भी आरोप है। इसके चलते हिमाचल प्रदेश की दूसरी जाति के लोगों भारतीय जनता पार्टी से नाराज हुए और उन्होंने मतदान ही नहीं किया।