ज्योतिरादित्य सिंधिया के कांग्रेस पार्टी छोड़कर भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने के पीछे के कारणों का खुलासा कुछ ज्योतिरादित्य सिंधिया कर चुके हैं परंतु आज इंदौर में राहुल गांधी ने सिंधिया के बारे में एक बड़ी बात कह दी।
ज्योतिरादित्य सिंधिया पर भरोसा नहीं करना चाहिए: राहुल गांधी
राहुल गांधी भारत जोड़ो यात्रा लेकर इंदौर आए हैं। इंदौर में पत्रकारों से बातचीत के दौरान जब उनसे सिंधिया समर्थकों की कांग्रेस पार्टी में वापसी पर सवाल किया गया तो राहुल गांधी ने कहा कि, ये सवाल कांग्रेस अध्यक्ष और प्रदेश के नेतृत्व से पूछना चाहिए। मैं अपनी व्यक्तिगत राय दे सकता हूं कि जो लोग खरीदे गए हैं, उन पर वापस भरोसा नहीं करना चाहिए।
घटनाक्रम संक्षिप्त में
उल्लेखनीय है कि सन 2018 में मध्यप्रदेश में कांग्रेस पार्टी की सरकार बनी थी। ज्योतिरादित्य सिंधिया और कमलनाथ दोनों मुख्यमंत्री पद के दावेदार थे। सिंधिया के पक्ष में विधायकों की संख्या कम थी जबकि दिग्विजय सिंह समर्थक विधायकों ने कमलनाथ को अपना नेता घोषित कर दिया। इसके चलते कमलनाथ मुख्यमंत्री बन गए थे। तभी से दोनों के बीच तनाव की स्थिति बनी थी और बाद में ज्योतिरादित्य सिंधिया अपने विधायकों के साथ भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए जिससे मध्यप्रदेश में समय से पहले कमलनाथ की सरकार गिर गई।
कमलनाथ की बात अलग है परंतु राहुल गांधी भी
सरकार गिरने से पहले कमलनाथ मानने को तैयार नहीं थे कि विधायकों के पास भाजपा का कोई ऑफर आ रहा है। सरकार गिरने के बाद कमलनाथ दावा करने लगे कि ज्योतिरादित्य सिंधिया और उनके समर्थक विधायक बिक गए थे। कमलनाथ और दिग्विजय सिंह की बात अलग है, वह इस तरह के आरोप लगा सकते हैं परंतु राहुल गांधी और ज्योतिरादित्य सिंधिया बचपन के मित्र भी रहे, और राहुल गांधी को सब कुछ पता भी है।