ग्वालियर। मध्य प्रदेश के ग्वालियर शहर में आज एक महिला ने कलेक्टर ऑफिस के बाहर जनसुनवाई में आत्मदाह का प्रयास किया। महिला बोतल में पेट्रोल लेकर आई थी और जैसे ही खुद पर उड़ेलने के लिए प्रयास किया तो पास खड़े आप पार्टी के कार्यकर्ताओं ने उसे रोक लिया।
महिला के पति की कुछ समय पहले ही मृत्यु हो गई थी और संबल कार्ड होने के बाद भी कोई लाभ नहीं मिला। ससुराल वालाें ने घर से निकाल दिया और तीन बच्चे हैं,पाई पाई को मोहताज है। आर्थिक सहायता भी नहीं मिली। आत्मदाह की खबर के बाद कलेक्ट्रेट में हड़कंप मच गया और महिला को तत्काल कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह के चैंबर में ले गए, जहां कलेक्टर ने समय देकर पूरी बात सुनी। सीएमओ पिछोर को तत्काल सुनवाई के आदेश दिए और दस हजार रुपये खुद कलेक्टर ने आर्थिक सहायता दी। रहने खाने के इंतजाम के लिए भी कह दिया गया।
भूरी ने बताया कि पति गुजर गए हैं, बुरी तरह परेशान हूं। मैं पेट्रोल लेकर मरने के लिए आई थी, पिछोर गई डबरा गई, लेकिन कहीं कोई सुनवाई नहीं हुई। तीनों बच्चों को लेकर मरने आई थी। मकान है न पैसा, परेशान हो गए हैं। ससुराल वालों ने घर से निकाल दिया,दो भाई भी शराबी हैं, मैं कहां जाऊं। अधिकारियों के चक्कर लगाए कोई सुनवाई नहीं हुई। सब अधिकारी एक दूसरे पर टाल रहे थे।
सीएमओ पिछोर से लेकर डबरा तहसील तक में घूमी, लेकिन कहीं सुनवाई नहीं हुई। कलेक्ट्रेट में तीन बार आवेदन दिया, लेकिन सुनवाई नहीं हुई। छह माह पहले सड़क हादसे में पति की मौत हो गई,कोई आर्थिक सहायता नहीं मिल सकी। कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह ने पिछोर सीएमओ को तत्काल संबल कार्ड सहित भूरी बाई की हर संभावित मदद करने के निर्देश दिए।