ग्वालियर। थाईलैंड में हादसे का शिकार हुए सर्राफा कारोबारी मनोज अग्रवाल के बेटे नींव अग्रवाल की मृत्यु हो गई। उनके पास इलाज के लिए पैसे नहीं थे। व्यापारी ने केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया एवं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से मदद की अपील की थी। मृत्यु के बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने शोक व्यक्त किया है।
ग्वालियर के प्रतिष्ठित सराफा कारोबारी मनोज अग्रवाल विनय नगर में रहते हैं। श्री जी आरनामेंट्स के नाम से उनकी दुकान है। वह अपने परिवार पत्नी वर्षा अग्रवाल, 17 साल का बेटा नींव उर्फ नीशू और बेटी वंशिका अग्रवाल के साथ पर्यटन के लिए फुकेत गए थे। उनके साथ उनके दो व्यापारी मित्र अनिल मित्तल और विपुल अग्रवाल व उनके परिवार भी गए थे। छह दिन का टूर था, जिसमें दो दिन फुकेत, दो दिन करावी और दो दिन बैंकाक रुकना था। यह सभी फुकेत के ली-मेरिडियन होटल में रुके हुए थे।
13 अगस्त को पहले फीफी आयरलैंड घूमकर आए, इसके बाद फुकेत में घूमे। शाम को उनका बेटा नींव अनिल व विपुल के बच्चों के साथ स्वीमिंग पूल में नहाने चला गया। स्वीमिंग पूल में पहले वह नहाया, इसके बाद मैट लेकर दोबारा पानी में उतरा। अचानक गहरे पानी में मैट पलट गई और वह डूब गया। उसके साथ नहा रहे बच्चों ने शोर मचाया, लेकिन होटल में लाइफ गार्ड नहीं था। स्वीमिंग पूल पर गहराई को लेकर ना तो साइनेज लगे थे, ना ही यहां पर लाइफ गार्ड था।
इसके बाद यह लोग भागते हुए मनोज के कमरे में पहुंचे। दौड़कर सभी लोग नीचे आए और नींव नीचे डूबा हुआ था। जैसे ही होटल प्रबंधन ने चीख-पुकार सुनी तो आनन-फानन में गार्ड पानी में कूदा, नींव को करीब बीस मिनट बाहर निकाला। इसके बाद उसे फुकेत के बैंकाक अस्पताल ले जाया गया। उसके पेट, फेफड़ों में पानी भर चुका था। उसे वेंटिलेटर पर रखा गया था और लगातार डायलिसिस चल रहा था। 4 दिन में उसके इलाज पर ₹2500000 खर्च हो चुके थे।
व्यापारी मनोज अग्रवाल ने एक वीडियो जारी करके केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया एवं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से मदद मांगी थी। उनका कहना था कि उनके पास इलाज के लिए पैसे नहीं है। वह चाहते थे कि सरकार की तरफ से एयर एंबुलेंस का इंतजाम हो जाए ताकि उनके बेटे को भारत लाया जा सके और इलाज कराया जा सके। सरकार की तरफ से उन्हें कोई मदद नहीं मिली।
वीडियो वायरल होने के बाद व्यापारी जगदीश मित्तल मदद करने के लिए फुकेत पहुंचे। मुन्नालाल गोयल ने अपनी तरफ से कुछ मदद का इंतजाम करने का प्रयास शुरू किया। विधायक सतीश सिकरवार ने 2 लाख रुपये, एक प्रबुद्ध नागरिक ने दाे लाख रुपये, डा दीपक यादव ने 1 लाख रुपये, जीवायएमसी के सचिव रंजीत पंजवानी ने 50 हजार रुपये एवं व्यापारी राजू कुकरेजा ने 1 लाख की सहयाेग राशि उपलब्ध कराई।
स्थानीय स्तर पर शुरू हुई इस कवायद का असर दिखाई देता इससे पहले थाईलैंड से सर्राफा कारोबारी मनोज अग्रवाल के बेटे की मृत्यु का समाचार आ गया। माना जा रहा है कि इलाज के अभाव में उसकी मृत्यु हो गई। यदि उसे समय रहते एयर एंबुलेंस उपलब्ध करा दी जाती तो उसके बचने की संभावना थी। मृत्यु के बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने शोक व्यक्त किया है। बताया है कि उसके पार्थिव शरीर को भारत लाने का हर स्तर पर प्रयास किया जा रहा है।
थाईलैंड में ग्वालियर के युवा निवासी, नींव अग्रवाल के असमय मृत्यु के समाचार से मन अत्यंत व्याकुल है। उनके पार्थिव शरीर को वापस लाने के लिए हर स्तर पर प्रयास किया जा रहा है। भगवान दिवंगत आत्मा को सद्गति प्रदान करें और उनके परिजनों को इस असह्य दुःख से उबरने की शक्ति प्रदान करें।
— Jyotiraditya M. Scindia (@JM_Scindia) August 17, 2022