भोपाल। भारतीय जनता पार्टी के संसदीय बोर्ड में परिवर्तन किया गया है। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के स्थान पर श्री सत्यनारायण जटिया को शामिल किया गया है। इस समाचार के साथ ही कांग्रेस पार्टी में खुशी की लहर दौड़ गई है। नरेंद्र सलूजा ने दावा किया है कि शिवराज सिंह चौहान का प्रदर्शन खराब होने के कारण उन्हें संसदीय बोर्ड से हटा दिया गया है।
इधर भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश कार्यालय से खबर आ रही है कि मध्यप्रदेश में हुए त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव एवं नगर पालिका चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को कई जगह शर्मनाक पराजय का सामना करना पड़ा। समीक्षा बैठक के दौरान पाया गया कि 12 जिलों के जिलाध्यक्ष, 8 विधायक एवं कुछ प्रभारी मंत्रियों ने अपने दायित्व का निर्वहन नहीं किया। उनकी गुटबाजी एवं लापरवाही के कारण भारतीय जनता पार्टी को नुकसान हुआ है।
समीक्षा बैठक के दौरान 12 जिला अध्यक्षों और 8 विधायकों को फटकार भी लगाई गई है। निकट भविष्य में इन जिला अध्यक्षों को पद से हटाया जा सकता है। मंत्रियों के प्रभार वाले जिलों में भी परिवर्तन के समाचार हैं। भाजपा के प्रदेश कार्यालय में चर्चा है कि ज्योतिरादित्य सिंधिया की टीम ने पार्टी की पॉलिसी से अलग अपने गुट के लिए काम किया। इसके कारण भी पार्टी को नुकसान हुआ है।