INDORE NEWS- कांग्रेस और भाजपा नेताओं के बीच गैंगवार, मंगल की रात से बुध की दोपहर तक चली

इंदौर
। नगर निगम चुनाव के लिए वोटिंग से पहले वाली रात में कांग्रेस के नेताओं ने भाजपाइयों को जमकर पीटा और मतदान के दिन भाजपा के नेताओं ने कांग्रेसियों को खींच खींच कर पीटा। दो गुटों के बीच गैंगवार मंगलवार की रात से शुरू हुई और बुधवार की दोपहर तक चलती रही। 

INDORE TOODAY- आधी रात में कांग्रेसियों ने भाजपा कार्यालय पर हमला बोला

एडीशनल डीसीपी राजेश रघुवंशी के मुताबिक मंगलवार रात में गौरीनगर में बीजेपी के चुनाव कार्यालय पर कांग्रेसियों ने घुसकर मारपीट की थी। रात करीब साढ़े 12 बजे कांग्रेसी इकट्‌ठा होकर भाजपा कार्यालय पहुंचे और अपशब्द कहने लगे। भाजपाइयों ने जाने का कहा तो वे भीतर घुस गए और लट्‌ठ से हमला कर दिया। इतनी ही नहीं इस दौरान जमकर कुर्सियां भी एक-दूसरे पर फेंकी गईं।

लालच देकर वोटर तोड़ने का आरोप

हीरानगर में 20 नंबर वार्ड में कांग्रेस नेता अमित पटेल की पत्नी यशस्वी पटेल चुनाव लड़ रही हैं। उनके सामने कमला ठाकुर प्रत्याशी हैं। कांग्रेसी यहां बीजेपी के नेताओं पर वोटरों को लालच देकर तोड़ने का आरोप लगा रहे थे। वहीं, बीजेपी समर्थक कार्यकताओं ने पूर्व से चली आ रही रंजिश को लेकर मारपीट की बात कही। मामले में 24 से ज्यादा लोगों पर पुलिस ने मारपीट और हमला करने का केस दर्ज किया है। जिनकी पहचान हो गई है, उन्हें हिरासत में भी ले लिया गया है।

INDORE LIVE- सुबह भाजपाइयों ने कांग्रेसियों को पोलिंग बूथ से खींच कर पीटा

वोटिंग के दौरान विधानसभा चार के लोधीपुरा वार्ड-69 में कांग्रेस प्रत्याशी शिखा मधुसुधन के समर्थक सुनील सोलंकी के साथ मतदान केंद्र में मारपीट की गई। आरोप है कि विधायक मालिनी गौड के बेटे एकलव्य के समर्थकों ने उन्हें पीटा है। इस दौरान वहां मौजूद लोगों ने मारपीट का वीडियो बना लिया। वीडियो में नजर आ रहा है कि किस प्रकार से सुनील को जमीन पर पटक-पटककर पीटा जा रहा है। मामले में गुस्साए कांग्रेसी कार्यकर्ता छत्रीपुरा थाने पहुंचे और हंगामा किया। मेयर प्रत्याशी संजय शुक्ला ने भी आवेदन दिया है।

ईवीएम पर ब्लू निशान को लेकर विवाद

वार्ड नंबर- 25 की उम्मीदवार गुंजना रघुवंशी का आरोप है कि पिंक फ्लावर स्कूल में ईवीएम में कमल के फूल के आगे एक ब्लू निशान लगा हुआ है। उन्होंने कहा, मैं चेक करने गई तो पहले तो मुझे अंदर जाने नहीं दिया गया, जब मैंने विरोध किया तो जाने दिया। हालांकि तब तक वहां मौजूद लोग स्प्रिट से निशान को साफ करने लगे थे। इस दौरान मैंने मोबाइल से वीडियो बना लिया। मामले की शिकायत संबंधित से की है।

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