ग्वालियर। केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को कुर्सी से उठाने वाला वीडियो वायरल हो गया है। मध्यप्रदेश में सिंधिया तो वैसे भी हेडलाइंस में रहते हैं। इतना बड़ा घटनाक्रम हुआ है कि चुनाव नतीजों के बीच ना केवल वीडियो वायरल हो रहा है बल्कि उसकी चर्चा भी हो रही है। सिंधिया समर्थकों के पास फिलहाल उनके बचाव के लिए कोई शब्द नहीं है।
मध्य प्रदेश की राजनीति में सिंधिया परिवार ने हमेशा ही अपने सम्मान को सर्वश्रेष्ठ महत्व दिया है। सम्मान के लिए रानी विजय राजे सिंधिया ने मध्यप्रदेश में कांग्रेस की सरकार का तख्तापलट कर दिया था। सम्मान के लिए माधवराव सिंधिया ने अपनी पार्टी बनाई थी और सम्मान के लिए ही ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अपनी दादी मां की तरह कांग्रेस की सरकार का तख्तापलट किया। इस वीडियो के माध्यम से एक बार फिर सिंधिया के सम्मान की बात की जा रही है।
यह वीडियो एनडीए के उपराष्ट्रपति उम्मीदवार जगदीप धनखड़ के नामांकन के समय का है। इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया तीसरी पंक्ति में केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर की पीछे वाली कुर्सी पर बैठे हुए थे। तभी अचानक किसी ने उन्हें कुर्सी खाली करने के लिए कहा और ज्योतिरादित्य सिंधिया उठकर सबसे पीछे वाली कुर्सी पर जाकर बैठ गए।
इस घटनाक्रम का वीडियो और पीछे वाली कुर्सी पर बैठे ज्योतिरादित्य सिंधिया का फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। सिंधिया के सम्मान से जुड़े सवाल किए जा रहे हैं। ज्योतिरादित्य सिंधिया पर तंज कसे जा रही हैं। इस मामले में फिलहाल सिंधिया समर्थकों के पास कोई काउंटर नहीं है।
कमलनाथ की टीम के लिए तो जैसे यह एक स्वर्णिम अवसर है। वह मौके को कतई नहीं चूक रहे हैं। मीडिया समन्वयक नरेंद्र सलूजा ने ट्वीट कर लिखा-
उसूलों पर अगर आंच आए तो टकराना जरूरी है…
इतना पीछे बिठाये तो उठ कर चले जाना ज़रूरी है…।
ज्योतिरादित्य सिंधिया का भाजपा में सम्मान
— Shubhra (@shubhshaurya1) July 20, 2022
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