मध्य प्रदेश में राजनीतिक रूप से उपेक्षित चल रहा जबलपुर अचानक महत्वपूर्ण हो गया है। ना केवल जबलपुर से राज्यसभा के लिए प्रत्याशी का चुनाव किया गया बल्कि पहले ज्योतिरादित्य सिंधिया और शिवराज सिंह चौहान जबलपुर में दौरे कर रहे हैं। यह सब कुछ सामान्य नहीं है। मध्यप्रदेश में चेयर रेस चल रही है।
सीएम शिवराज सिंह चौहान का दौरा कार्यक्रम जारी हो गया है। दिनांक 1 जून की शाम जबलपुर पहुंच जाएंगे और 3 जून तक जबलपुर में रहेंगे। इससे पहले ज्योतिरादित्य सिंधिया 1 दिन के लिए जबलपुर आए थे। निर्धारित शासकीय कार्यक्रम के अलावा उन्होंने जबलपुर के तमाम भारतीय जनता पार्टी के नेताओं से उनके घर पर जाकर मुलाकात की। सिंधिया की जाते ही सीएम शिवराज सिंह चौहान का दौरा कार्यक्रम शुरू हो गया।
दीवार में दरार तक नहीं आने देते शिवराज सिंह
बताने की जरूरत नहीं। साफ दिखाई दे रहा है कि क्या चल रहा है। ज्योतिरादित्य सिंधिया, भारतीय जनता पार्टी में स्वयं को मुख्यमंत्री पद के लिए शिवराज सिंह चौहान का विकल्प स्थापित कर रहे हैं और सीएम शिवराज सिंह चौहान अपनी पोजीशन को बचाए रखने के लिए ज्योतिरादित्य सिंधिया का पूरे प्रदेश में पीछा कर रहे हैं।