भोपाल। सूबे के सरकारी महाविद्यालयों में रिक्त पदों के विरुद्ध वर्षों से सेवा देते आ रहीं महिला अतिथि विद्वानों ने शिवराज सिंह चौहान से महिला अतिथि विद्वानों की सुरक्षा को लेकर गुहार लगाई है। साथ ही शिवराज सिंह चौहान की धर्म पत्नी से भी गुहार लगाते हुए कहा की मामा-मामी आखिर आपके राज में कब तक मध्य प्रदेश की मूल निवासी उच्च शिक्षित महिला अतिथि विद्वानों की ऐसी दुर्दशा होगी।
अभी हाल ही नेपानगर कॉलेज में और देवास, सागर कॉलेज में छेड़खानी का मामला सामने आया है और महिला अतिथि विद्वानों ने थाने में एफआईआर दर्ज कराई है। ऐसे ही सूबे के कई सरकारी महाविद्यालयों में ऐसी घटनाएं लगातार हो रही हैं। क्या महिलाओं के साथ ऐसा बर्ताव उचित है,बिल्कुल नहीं।
डॉ देवराज सिंह, प्रदेश अध्यक्ष
अतिथि विद्वानों के साथ हो रहे अत्याचार का मामला वर्षों से चला आ रहा है, लेकिन सरकार को सब जानकारी होते हुए भी कोई कार्यवाही नहीं हो रही है जो वास्तव में गंभीर मामला है। सरकार नियमित कर भविष्य सुरक्षित करे।
डॉ आशीष पांडेय, मीडिया प्रभारी अतिथि विद्वान महासंघ
बेटी बढ़ाओ बेटी बचाओ अभियान शुरू है लेकिन यहां तो उच्च शिक्षा में सेवा देते आ रही महिला अतिथि विद्वानों के साथ शोषण किया जा रहा है,आखिर कब होगा अतिथि विद्वानों का भविष्य सुरक्षित बताए सरकार जबकि परीक्षा,प्रवेश,प्रबंधन,अध्यापन,मूल्यांकन,चुनाव ड्यूटी आदि सभी कार्य पूरी तन्मयता से अतिथि विद्वान करते आ रहे हैं।
डॉ नीमा सिंह (जबलपुर) महिला मोर्चा अध्यक्ष महासंघ
मामा शिवराज और मामी साधना सिंह जी से निवेदन है की प्रदेश की महिला अतिथि विद्वानों को नियमित कर भविष्य सुरक्षित करें क्योंकि आज हमको हर जगह प्रताड़ित किया जा रहा है।आर्थिक बदहाली अनिश्चित भविष्य के कारण ये हाल है।सरकार उचित निर्णय ले।
डॉ चेतना शर्मा, सचिव अतिथि विद्वान महासंघ, भोपाल
महिला आयोग,मानवाधिकार आयोग,सामाजिक कार्यकर्ता,समाजसेवी संस्थाओं सभी से अनुरोध है की महिला अतिथि विद्वानों को न्याय दिलवाएं।सरकार की शोषणकारी अतिथि विद्वान नीति से बाहर निकाले।अतिथि विद्वानों को जीने का अधिकार दें।शिवराज सिंह चौहान,वीडी शर्मा,मोहन यादव जी से निवेदन है अतिथि विद्वानों का भविष्य सुरक्षित करें।