भोपाल। राजधानी में आचार संहिता के बीच एक बड़ा इवेंट हुआ। दक्षिण भारत के लोकप्रिय सद्गुरु जग्गी वासुदेव भोपाल आए। पूरा इवेंट मध्य प्रदेश सरकार द्वारा प्रायोजित था। सीएम शिवराज सिंह चौहान ने काफी समय दिया। कार्यक्रम काफी बड़े पैमाने पर किया गया लेकिन श्रोताओं के टोटे पड़ गए। आनन-फानन में भोपाल नगर निगम को सरकारी खर्चे पर भीड़ भेजनी पड़ी।
उम्मीद थी कि सदगुरु जग्गी के नाम पर भारी भीड़ इकट्ठा होगी लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं हुआ। खबर मिली है कि नगर निगम भोपाल द्वारा 70 से ज्यादा बसों का उपयोग किया गया। नगर निगम के तमाम अधिकारी और कर्मचारी भीड़ जुटाने में लगे हुए थे। शहर भर में जितने भी लोग, जैसे भी संभव हो, बसों में भर-भर कर भेजे गए। लोगों के भोजन का प्रबंध भी नगर निगम को करना पड़ा तब कहीं जाकर फोटो खिंचवाने लाइक भीड़ इकट्ठी हो पाई।
आसाराम और रामदेव के बाद सदगुरु जग्गी
मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में इससे पहले आसाराम बापू और बाबा रामदेव नाम के दो व्यक्ति धर्म और जनकल्याण के नाम पर कई बड़े इवेंट कर चुके हैं। इन दोनों को सरकार की तरफ से काफी कुछ मिला। बाबा रामदेव के नाम से पहचानी जाने वाली कंपनियों को तो अभी भी मध्यप्रदेश में कई प्रकार के सरकारी लाभ दिए जा रहे हैं। अब इस लिस्ट में एक और नाम जुड़ गया है, सदगुरु जग्गी। इनकी संस्था ने मध्य प्रदेश सरकार के साथ MOU साइन किया है।