सतना। सतना। लोकायुक्त पुलिस ने छापामार कार्रवाई करते हुए डिप्टी रेंजर को गिरफ्तार कर लिया है। तलाशी के दौरान उसके पास से रिश्वत की रकम के अलावा एक अवैध पिस्तौल में मिली है।
लोकायुक्त पुलिस ने बताया कि धीरेंद्र चतुर्वेदी डिप्टी रेंजर परसमानिया, अनिल और नीरज दुबे बीट गार्ड को गिरफ्तार किया गया है। जंगल के क्षेत्र से पाइप लाइन निकालने के बदले में ₹20000 की रिश्वत ले रहे थे। डिप्टी रेंजर के पास से एक पिस्तौल भी मिली है जिसका लाइसेंस उनके पास नहीं है। तीनों के भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम एवं रेंजर के खिलाफ आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज किया जा रहा है।
बताया जाता है कि घर-घर नल जल पहुंचाने के लिए सरकार ने योजना के टेंडर दे रखे हैं। परसमनिया क्षेत्र में गणेश कंस्ट्रक्शन कंपनी रेट्रोफिटिंग का काम कर रही है। पाइप लाइन डालने के लिए कंपनी को जमीन की खोदाई करनी थी। परसमनिया वन क्षेत्र है, लिहाजा वहां डिप्टी रेंजर ठेका कंपनी को वन भूमि का हवाला देकर खोदाई नहीं करने दे रहे थे। डिप्टी रेंजर ने इसके लिए रिश्वत की मांग थी। इस काम में बीट गार्ड भी डिप्टी रेंजर का सहयोग कर रहे थे।
ठेका कंपनी ने इसकी शिकायत लोकायुक्त रीवा से की थी। शुक्रवार को 20 हजार रुपए की घूस देने के लिए ठेका कंपनी का प्रतिनिधि डिप्टी रेंजर के परसमनिया चौकी परिसर स्थित सरकारी आवास में गया। जैसे ही उसने रकम दी, लोकायुक्त की टीम ने इंस्पेक्टर प्रमेंद्र सिंह के नेतृत्व में दबिश देकर डिप्टी रेंजर को दबोच लिया गया। उसके दोनों सहयोगी बीट गार्ड भी पकड़ लिए गए। मध्य प्रदेश की महत्वपूर्ण खबरों के लिए कृपया MP NEWS पर क्लिक करें.