बुरहानपुर। मध्य प्रदेश के बुरहानपुर कृषि उपज मंडी में समर्थन मूल्य पर चना खरीदी के दौरान हो रही गड़बड़ी को अफसरों ने पकड़ा। दरअसल, केंद्र पर चना पहुंचा ही नहीं था और बिचौलिये तथा किसानों के कूपन जारी कर दिए गए थे। जबकि पांच छह दिन से उपज लेकर आए किसानों को रोज परेशान होना पड़ रहा था।
उपसंचालक कृषि एमएस देवके ने जांच की तो खामियां सामने आई। इसके बाद कलेक्टर प्रवीण सिंह ने एक सहायक उपनिरीक्षक को निलंबित कर दिया। जबकि एक सुुरक्षा गार्ड का सात दिन का वेतन रोक दिया है। वहीं कांग्रेस ने आरोप लगाए कि मंडी में भाजपा नेताओं से जुड़े लोगों के वाहन पहले तौले जा रहे हैं। गुरुवार को मंडी प्रभारी सचिव जयराम वानखेड़े ने कलेक्टर कार्यालय में जांच प्रतिवेदन दिया। इसके आधार पर कलेक्टर ने सहायक उपनिरीक्षक जगदीश सोनी को निलंबित कर दिया। सिक्योरिटी गार्ड दुर्गेश तायड़े का सात दिन का वेतन काटने के निर्देश दिए हैं।
मौके पर जांच करने पहुंचे अफसरों ने कर्मचारियों से पूछा- चना आया या नहीं, बिना देखे रसीद कैसे बना दी। तब अफसरों ने खरीदी केंद्र के वाहनों की जांच की। मंडी के प्रवेश द्वार पर रसीदों की गिनती की। इसमें केंद्रों के लिए 25 मई की 76 रसीद मिलीं जबकि 25 मई को केंद्रों पर सिर्फ 16 वाहन ही आए थे। प्रवेश द्वार की खिड़की पर ड्यूटी पर सहायक उपनिरीक्षक जगदीश सोनी और सहयोगी दुर्गेश तायड़े तैनात थे। मध्य प्रदेश की महत्वपूर्ण खबरों के लिए कृपया MP NEWS पर क्लिक करें.