भोपाल। सन 2018 में शिवराज सिंह चौहान के एक बयान के कारण पूरे मध्यप्रदेश में पैदा हुए जातिगत वैमनस्य के परिणाम स्वरूप ग्वालियर में 4 अप्रैल 2018 को हुई हिंसा के मामले में दर्ज किए गए सभी मामले वापस लिए जाएंगे। यह घोषणा मुख्यमंत्री ने की है।
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि 4 अप्रैल, 2018 के दिन ग्वालियर और चंबल में गलतफहमियां के कारण कुछ अप्रिय स्थिति बनी थी। आपस में कुछ झगड़े हुए थे। जिसके बाद कई लोगों पर मुकदमें दर्ज़ हुए। सामान्य वर्ग के साथ अनुसूचित जाति वर्ग के लोगों के ख़िलाफ़ मुकदमें दर्ज़ हुए थे। उन्हें हमने वापस लेने का फ़ैसला किया है।
उल्लेखनीय है कि शिवराज सिंह चौहान के माई का लाल वाले बयान के कारण मध्यप्रदेश में सामान्य वर्ग और आरक्षित जातियों के बीच संघर्ष की स्थिति बन गई थी। 4 अप्रैल को आरक्षित वर्ग के कुछ संगठनों ने भारत बंद का आह्वान किया और ग्वालियर में जबरदस्ती बाजार बंद कराने की कोशिश की। सामान्य वर्ग के लोगों ने इसका विरोध किया। परिणाम स्वरूप हिंसा हुई।