भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में एक ऐसे शिव मंदिर की तलाश शुरू हुई है जो लगभग 200 साल पहले गायब हो गया था। गृह मंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा से इस मामले में मदद की अपील की गई है।
बताया गया है कि स्वास्तिक के आकार में बनाए गए भोपाल शहर के मध्य चौक बाजार में एक विशाल और भव्य प्राचीन शिव मंदिर हुआ करता था। 200 साल पहले तक वहां भक्तों की भीड़ लगा करती थी। आज उस प्राचीन शिव मंदिर के अवशेष भी नहीं है। भोपाल के नागरिकों का एक समूह 200 साल पहले लापता हुए इस मंदिर की तलाश कर रहा है।
संस्कृति बचाओ मंच के कार्यकर्ताओं ने गृह मंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा को एक ज्ञापन दिया है। उन्होंने इस अभियान में सरकार की मदद मांगी है। मंच के कार्यकर्ताओं का कहना है कि यदि सरकार मदद नहीं करेगी तो कोर्ट के पास जाएंगे और न्यायालय के आदेश पर सरकार को 200 साल पहले लापता हुए मंदिर की तलाश करनी पड़ेगी।
यह भी बताया गया है कि भोपाल की आठवीं शासक कुदेशिया बेगम ने अपनी आत्मकथा हयात-ए-कूदीस में यह उल्लेख किया है कि 1832 ईसवी में एक प्राचीन शिव मंदिर को तोड़कर उसके स्थान पर मस्जिद का निर्माण किया गया था। यह निर्माण कार्य सन 1857 में पूर्ण हुआ था। इस मस्जिद को भोपाल की जामा मस्जिद के नाम से पुकारा जाता है।