भोपाल। मध्य प्रदेश पुलिस कांस्टेबल भर्ती में बड़ी समस्या आ गई है। निकट भविष्य में 6500 आरक्षकों की भर्ती होने वाली है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ऐलान किया है कि फॉर्मूला 50-50 के माध्यम से भर्ती की जाएगी जबकि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का कहना है कि डंडा मार पुलिस नहीं चलेगी। कॉन्स्टेबल को भी टेक्नो फ्रेंडली होना पड़ेगा।
एमपी पुलिस कांस्टेबल भर्ती के लिए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के निर्देश
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सेंट्रल अकादमी फॉर पुलिस ट्रेनिंग में पुलिस साइंस कांग्रेस को संबोधित करते हुए कहा कि अब अंग्रेजों की डंडा मार पुलिस नहीं चलेगी। नॉलेज सबूत और तर्कपूर्ण पुलिसिंग की जरूरत है। पुलिस को अपराधियों से दो कदम आगे रहना होगा। इसके लिए टेक्नोलॉजी बहुत जरूरी है। कॉन्स्टेबल को टेक्नो फ्रेंडली होना पड़ेगा।
मध्यप्रदेश पुलिस आरक्षक भर्ती के लिए मुख्यमंत्री की घोषणा
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने हाल ही में घोषणा की है कि मध्यप्रदेश में पुलिस आरक्षक की भर्ती फार्मूला 50-50 के तहत की जाएगी। यानी कि रिटन एग्जाम और फिजिकल टेस्ट के 50-50 नंबर होंगे। शिवराज सिंह का कहना है कि इसके कारण गांव के बच्चे जो ज्यादा पढ़ लिख नहीं पाते वह भी पुलिस में आरक्षक की नौकरी प्राप्त कर पाएंगे।
केंद्रीय गृह मंत्री और मुख्यमंत्री में विरोधाभास
केंद्रीय गृहमंत्री चाहते हैं कि कॉन्स्टेबल भी क्वालिफाइड हो और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान कहते हैं कि कम पढ़ा लिखा दसवीं पास युवक भी आरक्षक बनना चाहिए। अमित शाह का कहना है कि डंडा छाप पुलिस नहीं चलेगी। मुख्यमंत्री का कहना है कि 50% सिपाही डंडा छाप होने चाहिए। अब देखना यह है कि आने वाली 6000 पुलिस कांस्टेबल भर्ती में किसकी मर्जी चलती है। उच्च शिक्षा, सरकारी और प्राइवेट नौकरी एवं करियर से जुड़ी खबरों और अपडेट के लिए कृपया MP Career News पर क्लिक करें.