MP NEWS- पढ़िए, कमलनाथ की पुतिन पॉलिसी और आत्ममुग्ध जीतू पटवारी, कांग्रेस पार्टी में ईगो और बॉसिस्म की लड़ाई

Bhopal Samachar
भोपाल
। मध्यप्रदेश में कमलनाथ पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष और विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष जरूर है परंतु पार्टी के नेता और विधायक दल के मुखिया नहीं बन पाए। इंदौर की राऊ विधानसभा सीट से विधायक जीतू पटवारी का ईगो शुरुआती सक्सेस में ही हाई हो गया और मध्यप्रदेश विधानसभा बजट सत्र के पहले दिन कांग्रेस पार्टी के दोनों नेता तमाशा बन गए। जीतू पटवारी ने विधानसभा के बजट सत्र में राज्यपाल के अभिभाषण के बहिष्कार का ऐलान किया तो कमलनाथ ने पत्रकारों के सामने प्रतिक्रिया देते हुए इस पर नाराजगी प्रकट कर दी। कुल मिलाकर बात बढ़ गई है।

कमलनाथ की पुतिन पॉलिसी, बगावत खत्म नहीं होने देती

केंद्र में कांग्रेस पार्टी की संभावना समाप्त हो जाने के बाद मध्य प्रदेश की राजनीति में सक्रिय हुए कमलनाथ के अंदर लोकप्रिय नेता के गुण कम, बॉसिस्म ज्यादा नजर आता है। 5 साल पूरे होने को आए। कमलनाथ कांग्रेस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष हैं लेकिन अब तक कांग्रेस पार्टी के स्वीकार्य नेता नहीं बन पाए। विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष जरूर हैं परंतु विधायक दल के मुखिया नहीं बन पाए। कांग्रेस पार्टी के हाईकमान पर मजबूत पकड़ और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के साथ गहरी दोस्ती के कारण पार्टी के सभी बड़े नेताओं को कंट्रोल कर पाने में सफल नजर आते हैं लेकिन कमलनाथ की (डोमिनेटिंग) पुतिन पॉलिसी कांग्रेस पार्टी में बगावत को खत्म नहीं होने देती। अजय सिंह राहुल, अरुण यादव और जीतू पटवारी। जिन्हें कमलनाथ अपना मजबूत पिलर बना सकते थे, पार्टी में किसी खंडहर से नजर आते हैं। 

जीतू पटवारी- शुरुआती सक्सेस में ही ईगो हाई हो गया

इंदौर से आने वाले कांग्रेस पार्टी के नेता जीतू पटवारी में काफी पोटेंशियल था। वह कांग्रेस के एकमात्र ऐसे नेता है जो विपक्ष में बैठकर वह सब कुछ कर सकते हैं, जो किया जाना चाहिए और जिसको करने की क्षमता कांग्रेस पार्टी के ज्यादातर नेताओं में नहीं है। सरल स्वभाव और जनता के बीच घुल मिल जाने के कारण जीतू पटवारी की लोकप्रियता का ग्राफ तेजी से बढ़ा था परंतु मध्यप्रदेश में कमलनाथ की सरकार और उच्च शिक्षा मंत्रालय मिलने के बाद जीतू पटवारी का ईगो हाई हो गया। 2018 से पहले तक जीतू पटवारी एक विधायक से ज्यादा जनता की आवाज हुआ करते थे। अब पूर्व कैबिनेट मंत्री हैं। यही कारण है कि कांग्रेस पार्टी के हर बड़े नेता के पीछे मजबूती से खड़े दिखाई देने वाले जीतू पटवारी, ना केवल कमलनाथ से रूठ गए हैं बल्कि यह बात सबको बता भी रहे हैं। ✒ उपदेश अवस्थीमध्य प्रदेश की महत्वपूर्ण खबरों के लिए कृपया mp news पर क्लिक करें.

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