भोपाल। Madhya Pradesh Water Resources Department के तत्कालीन मुख्य अभियंता सहित 3 इंजीनियरों के खिलाफ EOW (आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ) द्वारा FIR दर्ज की गई है। आरोप है कि इन सभी ने मिलकर जल संसाधन विभाग मध्यप्रदेश शासन में 877 करोड़ रुपए का घोटाला किया है।
मध्य प्रदेश के 4 जिलों की 7 सिंचाई परियोजनाओं में 877 करोड़ों का घोटाला
SP EOW राजेश मिश्रा ने बताया कि जल संसाधन विभाग मध्य प्रदेश के तत्कालीन प्रमुख अभियंता राजीव कुमार सुकलीकर सहित 3 इंजीनियरों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। 4 जिलों की 7 सिंचाई परियोजनाओं में घोटाला पाया गया है। जांच में सामने आया कि सिंचाई परियोजनाओं का काम कर रहीं निजी कंपनियों को काम पूरा होने से पहले ही भुगतान कर दिया गया। सिर्फ तीन परियोजनाओं में 479 करोड़ का भुगतान किया गया है। उन्होंने बताया कि यह पहला केस है, जिसमें अपराध दर्ज करने से पहले शासन द्वारा अनुमति प्रदान की गई।
सागर, सिंगरौली, बैतूल एवं दमोह की सिंचाई परियोजनाओं में घोटाले
हनौता बांध पाइप नहर प्रणाली निर्माण सागर, बंडा बांध सागर, गोंड बांध सिंगरौली, निरुगुढ़ बांध बैतूल, घोंघरी बांध बैतूल, वर्धा बांध बैतूल, सीतानगर बांध दमोह के निर्माण कार्य व पाइप नहर प्रणाली में गड़बड़ी मिली है। भुगतान वर्ष 2018-19 के बीच किया गया है। इन परियोजनाओं का कार्य अभी अधूरा है। अधिकतर एजेंसियां काम छोड़कर जा चुकी हैं। मध्य प्रदेश की महत्वपूर्ण खबरों के लिए कृपया mp news पर क्लिक करें.