भोपाल। मध्य प्रदेश सरकार की वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा ने सत्र 2022-23 के लिए विधानसभा में विपक्ष के भारी हंगामे के बीच बजट प्रस्तुत किया जिसमें आगामी वित्तीय वर्ष में 13,000 शिक्षकों की नियुक्ति की बात भी कही गई है। इस समाचार से मध्य प्रदेश के Bed स्टूडेंट्स में निराशा का माहौल है।
शिक्षक पात्रता परीक्षा उत्तीर्ण अभ्यर्थियों द्वारा कई दिनों से पद वृद्धि के साथ समस्त रिक्त पदों पर स्थाई शिक्षक भर्ती कराने के की मांग की जा रही थी। पिछले वर्ष भी 24,200 शिक्षक भर्ती के नाम पर बजट स्वीकृत किया गया था परंतु मात्र 15,000 शिक्षक भर्ती की गई। मध्य प्रदेश में कुल 87000 शिक्षकों की जरूरत है। ऐसी स्थिति में मात्र 13000 शिक्षकों की नियुक्ति पर्याप्त का न्यूनतम अंक भी नहीं है।
शिक्षक पात्रता परीक्षा संघ के संयोजक रणजीत गौर एवं अन्य पात्र अभ्यर्थियों ने आरोप लगाते हुए कहा है कि सरकार प्रतिवर्ष शिक्षक भर्ती के नाम से करोड़ों का बजट तो स्वीकृत करती है परंतु भर्ती पूर्ण नहीं करती है। पिछले 3 वर्षों में समस्त रिक्त पदों पर स्थाई शिक्षकों की भर्ती कराने के लिए पात्र अभ्यर्थियों द्वारा कई बार आंदोलन/ धरना-प्रदर्शन भी किए जा चुके हैं।
23 मार्च को शहीद दिवस के दिन शिक्षक पात्रता परीक्षा उत्तीर्ण अभ्यर्थियों द्वारा स्थाई शिक्षकों के रिक्त पदों में वृद्धि के लिए पुन:राजधानी भोपाल में विरोध प्रदर्शन की बात भी कही जा रही है। वहीं बजट पेश होने के 1 दिन पूर्व 8 मार्च को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर भी वेटिंग अभ्यर्थियों द्वारा नियुक्ति की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन किया गया था। मध्य प्रदेश की महत्वपूर्ण खबरों के लिए कृपया mp news पर क्लिक करें.