भोपाल। राजधानी में पार्किंग का पैसा जनता से तो वसूला जाता है लेकिन सरकारी खाते में जमा नहीं होता। इसलिए नगर निगम प्रशासन ने लोगों से साल भर का एडवांस पार्किंग शुल्क लेने का फैसला किया है। वाहनों पर PARKING PAID का स्टीकर लगा दिया जाएगा। आप अपना वाहन कहीं पर भी पाक कर सकते हैं। कोई पैसा नहीं लगेगा।
BHOPAL NEWS- 1 साल की एडवांस पार्किंग फीस कितनी होगी
पिछले 10 सालों में पार्किंग का पैसा सरकारी खाते में जमा कराने के लिए नगर निगम ने सब कुछ कर के देख लिया परंतु पार्किंग का पैसा वसूलने वालों ने नगर निगम का हर प्लान फेल कर दिया। अब 1 अप्रैल से हैदराबाद की तर्ज पर साल में एक बार फोर व्हीलर से 450 रुपए और टू व्हीलर से 200 रुपए पार्किंग शुल्क के रूप में लिए जाएंगे और उन वाहनों पर पार्किंग पेड का स्टीकर चिपकाया जाएगा। इससे लगभग 20 करोड़ रुपए की आय होने का अनुमान है।
BHOPAL TODAY- बाजार से 50 करोड़ वसूले, सरकारी खाते में 1.5 करोड़ जमा
निगम ने पिछले साल पार्किंग से लगभग 3 करोड़ रुपए आय होने का अनुमान लगाया था, लेकिन कांट्रेक्टर ने 1.5 करोड़ रुपए की जमा कराएं। जबकि वाहनों की संख्या और पार्किंग फीस के हिसाब से साल भर में लगभग ₹500000000 जमा होना चाहिए। इस प्रॉब्लम के सलूशन के लिए हैदराबाद और इंदौर के मॉडल को स्टडी किया गया। हैदराबाद में साल भर की एडवांस फीस ली जाती है और इंदौर में गाड़ी खरीदते समय ही पार्किंग टैक्स लग जाता है।
भोपाल में इंदौर और हैदराबाद का हाइब्रिड मॉडल लागू करेंगे: नगर निगम कमिश्नर
इंदौर और हैदराबाद के हाइब्रिड मॉडल को लागू करेंगे। इसमें पुराने वाहनों से साल भर का पार्किंग शुल्क लेकर पार्किंग स्थल पर होने वाली वसूली बंद कर देंगे। इसके लिए इंश्योरेंस कंपनी की मदद लेंगे और नई गाड़ियों की खरीद पर भी टैक्स लगाएंगे। एक हफ्ते के भीतर फाइनल ड्राफ्ट सामने आ जाएगा। -वीएस चौधरी कोलसानी, कमिश्नर, ननि