खतरे का रंग लाल क्यों होता है काला क्यों नहीं- GK in Hindi

भारत की संस्कृति में काले रंग को अशुभ और लाल रंग को शुभ माना जाता है। काला रंग काल का प्रतीक है और लाल रंग सुहाग का। फिर क्या कारण है कि खतरे का रंग लाल होता है। जबकि इस लॉजिक के हिसाब से खतरे का रंग काला होना चाहिए। आइए इस का साइंटिफिक रीजन पता लगाते हैं- 

यह बात बिल्कुल सही है कि भारत में लाल रंग को शुभ और काले रंग को अशुभ माना जाता है। काला रंग शुभ कार्यों में वर्जित होता है। जबकि लाल रंग का तिलक माथे पर धारण किया जाता है। बावजूद इसके खतरे का संकेत देने के लिए लाल रंग का उपयोग किया जाता है। आम रास्ते पर खतरे का संकेत हो या फिर किसी टावर पर लगी हुई लाल बत्ती, यहां तक की सार्वजनिक स्थानों पर रखे हुए बिजली के खतरनाक उपकरणों पर भी लाल रंग में ' खतरा' लिखा होता है। दरअसल, इसके पीछे मुख्य कारण होता है रंगों की विशेषता।

लाल रंग की विशेष बात सरल शब्दों में 

यह तो अपन जानते ही हैं कि सभी रंग सूर्य की किरणों के प्रभाव के कारण बनते हैं। हर रंग की अपनी एक विशेष बात होती है और वह मनुष्य के मन पर प्रभाव डालता है। काला रंग प्रकाश को अवशोषित करता है। यदि आप काले रंग को ध्यान से देखेंगे तो एक क्षण के लिए आपको कुछ और दिखना बंद हो जाएगा। ऐसा हुआ तो खतरा बढ़ जाएगा। 

लाल रंग मनुष्यों का ध्यान खींचता है। भीड़ में कितने भी रंग हो, लाल रंग हर हाल में अपनी उपस्थिति प्रदर्शित कर देता है। लाल रंग को देखने पर उत्साह का संचार होता है या नहीं इंद्रियां सक्रिय हो जाती हैं। खतरे की स्थिति में सक्रियता अनिवार्य है। यही कारण है कि लाल रंग को खतरे का संकेत बनाया गया है। दरअसल, खतरे के संकेत पर लाल रंग का होना मनुष्य के जीवन के लिए शुभ है, अशुभ नहीं है। 

लाल रंग को खतरे का संकेत चुनने के पीछे वैज्ञानिक कारण

किसी भी वस्तु के रंग के दिखाई देने के पीछे एक वैज्ञानिक कारण होता है कि वह वस्तु जिस रंग की होती है उस रंग को तो परावर्तित कर देती है जबकि बाकी के रंगों को अवशोषित कर लेती है। जो वस्तु सभी रंगों को परावर्तित कर देती है वह सफेद दिखाई देती है और जबकि जो वस्तु सभी रंगों को अवशोषित कर लेती है वह काली दिखाई देती है। बाकी के सभी रंग इसके बीच में होते हैं।

लाल रंग की तरंग धैर्य  (wavelength) सबसे लंबी होती है, जिसे मनुष्य अपनी आंखों से देख सकता है। लाल रंग की तरंग धैर्य 625 से 740 nm (nanometers) होती है। जबकि काले रंग की कोई wavelength नहीं होती। ​जो स्थान सभी रंगों को अवशोषित कर लेता है वह काला दिखाई देता है। यानी लाल रंग सबसे दूर से और दूर तक दिखाई देता है। सिर्फ ब्लैक ही नहीं बल्कि सभी रंगों की तुलना में भी: यह देखिए

Wavelengths of Visible Light

Violet: 380–450 nm (688–789 THz frequency)
Blue: 450–495 nm
Green: 495–570 nm
Yellow: 570–590 nm
Orange: 590–620 nm
Red: 620–750 nm (400–484 THz frequency)
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