BHOPAL NEWS- कोरोना मृतकों की राख लोगों की जान बचाएगी

भोपाल
। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में कोरोनावायरस से मरने वाले लोगों की अस्थियां और राख महामारी में जीवित बचे दूसरे लोगों की जान बचाने के काम आएंगे। क्योंकि इनका उपयोग भदभदा विश्राम घाट के पास एक नए जंगल में खाद के रूप में किया जा रहा है। यानी मृत पुण्य आत्माएं आने वाली कई पीढ़ियों को ऑक्सीजन देती रहेंगी। इनमें से कई ऐसे हैं जिनकी मृत्यु ऑक्सीजन की कमी के कारण हो गई थी लेकिन अब इन्हीं के कारण भोपाल में ऑक्सीजन की कमी नहीं होगी।

दूसरों से 30% घना होगा यह जंगल

एएनआई से बात करते हुए, परियोजना प्रमुख तन्मय जैन ने कहा कि हम 12,000 वर्ग फुट भूमि में 3,500 पौधे लगाए जाएंगे। वर्तमान में यहां 56 प्रकार की प्रजातियां हैं। 15-20 महीनों में यह पेड़ बन जाएगा। यह सामान्य जंगल की तुलना में लगभग 30 प्रतिशत घना होगा। उल्लेखनीय है कि कोविड -19 की दूसरी लहर के कारण बड़ी संख्या में दाह संस्कार ने श्मशान के लिए एक चुनौती पेश की थी क्योंकि परिसर में राख में कई टन अवशेष बचे थे। इनका उपयोग वृक्षारोपण के लिए उर्वरक के रूप में किया जा रहा है।

भोपाल में कोरोना मृतकों की पांच ट्रक राख इकट्ठी हो गई थी

वैज्ञानिक तौर पर अगर हम राख की बात करें तो यह सिर्फ फास्फोरस है जो इन पेड़ों के लिए खाद का काम करता है, लेकिन एक भावनात्मक संबंध भी है। इन पेड़ों द्वारा कोविड के कारण मरने वालों की स्मृति को इन पेड़ों द्वारा याद किया जाएगा। श्री जैन के अनुसार, पिछले कुछ महीनों में भदभदा श्मशान घाट में कई दाह संस्कार हुए हैं, जिसके कारण लगभग 4-5 ट्रक राख हो गई थी। 

भोपाल की बड़ी समस्या का हरा भरा समाधान

चूंकि राख ज्यादातर कोविड-संक्रमित निकायों की थी, इसलिए इसे अन्य स्थानों पर ले जाना संभव नहीं था। लोगों में डर था, इसलिए इस राख को कहीं और ले जाने में दिक्कत हो सकती है। हम इसे खुली जगह में रखना या किसी जलाशय में फेंकना भी नहीं चाहते थे।

वृक्ष के रूप में परिवार के लोगों की यादें जीवित रहेंगी

अपने पिता की याद में यहां पौधे लगाने आए डॉ. शशिकांत जोशी ने कहा कि सभी पौधे जो लगाए जा रहे हैं, यहां अपनों की याद में हैं श्मशान घाट पौधों की देखभाल करेगा। खाद में जो राख है उसका उपयोग किया जाएगा इसलिए यहां यह भावनात्मक संबंध भी है।

07 जुलाई को सबसे ज्यादा पढ़े जा रहे समाचार

EMPLOYEE NEWS- DA-DR पेमेंट की तारीख तय, बकाया किस्त भी मिलेगी
MP BOARD- 12वीं के रिजल्ट का फार्मूला फेल, हजारों छात्रों का परीक्षा परिणाम अटका
MP NEWS- स्कूल नहीं खुलेंगे, फीस नहीं बढ़ेगी: सीएम शिवराज सिंह चौहान
DAVV ADMISSION- डिप्लोमा और सर्टिफिकेट सहित UG-PG के 72 से ज्यादा कोर्स में रजिस्ट्रेशन शुरू
MP NEWS- मध्यप्रदेश में अब शिक्षिका और प्राचार्या जैसे पद नहीं रहेंगे
MP NEWS- वैक्सीनेशन के 1 घंटे के अंदर महिला की मौत
MP NEWS- 150 यूनिट तक बिजली खपत वालों को ₹1 प्रति यूनिट का लाभ
MPMSU NEWS- भोपाल वाली मैडम बचा नहीं पाईं, वृंदा और तृप्ति की प्रतिनियुक्ति खत्म, क्लर्क सस्पेंड, कंपनी टर्मिनेट
OPS- शिक्षाकर्मियों के प्रकरण हाईकोर्ट की डबल बैंच में क्यों प्रस्तुत किए गए, जानिए
मध्य प्रदेश मानसून- बंगाल के बादल उठने लगे हैं, ब्रेक के बाद मूसलाधार बारिश होगी
MP NEWS- शिवराज सरकार का मंत्रिमंडल विस्तार, रिक्त पद चार, दावेदार बेशुमार

महत्वपूर्ण, मददगार एवं मजेदार जानकारियां

GK in Hindiसौर मंडल के 7 ग्रहों का फायदा ही क्या जब इन पर कोई रह नहीं सकता
free ayurvedic consultation मप्र आयुष विभाग का मोबाइल एप Download करें
GK in Hindi मोर अपना घोंसला कहां बनाता है, पेड़ के ऊपर या किसी गुफा में 
GK in Hindiसड़क किनारे वृक्षों पर सफेद पेंट क्यों किया जाता है, वैज्ञानिक कारण 
GK in Hindiबर्फ का टुकड़ा पानी में तैरता है तो फिर शराब में क्यों डूब जाता है 
GK in Hindiबारिश की बूंदे गोल क्यों होती है, लंबी क्यों नहीं होती 
GK in Hindiमुर्गा सूर्योदय से पहले बांग क्यों देता है, कभी लेट क्यों नहीं होता
GK in Hindiमनुष्य की दो आंखें क्यों होती है जबकि एक आंख से भी पूरा दिखाई देता है
GK IN HINDI- BIKE का इंजन CC में क्यों होता है, हॉर्स पावर में क्यों नहीं होता
:- यदि आपके पास भी हैं ऐसे ही मजेदार एवं आमजनों के लिए उपयोगी जानकारी तो कृपया हमें ईमेल करें। editorbhopalsamachar@gmail.com
Tags

#buttons=(Accept !) #days=(20)

Our website uses cookies to enhance your experience. Check Now
Accept !