Dimapur city nagaland History and story in Hindi
क्या कभी ऐसा होता है कि किसी शहर को इसलिए किसी दूसरे राज्य में शामिल कर दिया जाए क्योंकि वह ज्यादा अच्छा है और उस शहर में रेल एवं हवाई सेवाएं मौजूद है। भारत में एक शहर ऐसा है जिसे रेल सेवा के कारण पड़ोसी राज्य में ट्रांसफर कर दिया गया। इस शहर का नाम है दीमापुर, पहले असम का हिस्सा हुआ करता था आजकल नागालैंड का सबसे बड़ा शहर है। रेलवे स्टेशन के बोर्ड पर इसे डिमापुर लिखा गया है।असम का दीमापुर शहर नागालैंड को क्यों दिया गया
यह अपने आप में एक बड़ी कहानी है। देश को संचालित करने वाले लोग इस तरह के फैसले भी ले सकते हैं। दरअसल, नागालैंड राज्य में रेल सेवा नहीं थी। कोई हवाई अड्डा भी नहीं था। नागालैंड की राजधानी कोहिमा है, जहां तक रेल की पटरी में जाना संभव नहीं था। जबकि नागालैंड राज्य के बिल्कुल पास असम राज्य का शहर दिमापुर ना केवल बड़ा और अत्याधुनिक शहद था बल्कि दीमापुर में रेल एवं हवाई सेवाएं मौजूद थे। इसलिए सरकार ने नागालैंड राज्य को भारतीय रेल सेवा से जोड़ने के लिए दीमापुर को असम राज्य से नागालैंड राज्य में ट्रांसफर कर दिया। इस तरह बिना ₹1 खर्च किए नागालैंड राज्य में रेल सेवा शुरू हो गई।
कुंती पुत्र भीम की ससुराल है दीमापुर
पांडवों में युधिष्ठिर के बाद दूसरे नंबर के भाई कुंती पुत्र भीम दीमापुर शहर के दामाद हैं। यहां भीम की पत्नी हिडिंबा के नाम से एक वाड़ा भी बना हुआ है। यहां मौजूद शतरंज पर्यटकों को आकर्षित कर लेता है। कहा जाता है कि महाभारत के समय यह एक स्वतंत्र राज्य था और हिडिंबा इसकी राजकुमारी हुआ करती थी। घटोत्कच का जन्म किसी शहर में हुआ था। यहां रहने वाली डिमाशा जनजाति के लोग खुद को भीम की पत्नी हिडिंबा का वंशज मानते हैं।