भोपाल। मध्यप्रदेश में यदि कोई शासकीय सेवक कोरोनावायरस से बचाव के लिए वैक्सीन लगवाने जाता है तो वह ऑन ड्यूटी माना जाएगा। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने यह डिसीजन लिया है। स्वास्थ्य संचालनालय द्वारा सभी विभागों के प्रमुखों को इस बारे में सूचित कर दिया गया है।
मध्य प्रदेश में कोरोना टीकाकरण का अभियान जारी है। टीकाकरण के दूसरे चरण में फ्रंटलाइन वर्कर्स को टीके लगाए जा रहे हैं, लेकिन इसमें हेल्थ वर्कर्स बार-बार कहने के बाद भी टीका लगवाने नहीं जा रहे हैं। कोई अवकाश का बहाना तो कोई काम का प्रेशर बता रहा है, जिसके चलते यह व्यवस्था स्वास्थ्य विभाग ने टीकाकरण की गति बढ़ाने के लिए की है। इसमें सभी विभागों के एचओडी को वैक्सीन शेडयूल भेजा गया है, ताकि उस हिसाब से कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई जाए। स्वास्थ्य विभाग की ओर से उन विभागों के प्रमुखों को इस संबंध में सूचना दी गई है।
इनमें पुलिस, नगरीय प्रशासन, राजस्व विभाग और जनपद पंचायत विभाग के वे कर्मचारी शामिल हैं, जिन्होंने कोरोना काल में डयूटी की है। अब कर्मचारी बिना किसी डर के डयूटी के दौरान वैक्सीन लगवाने केंद्र तक जा सकें। इसे ध्यान में रखते हुए यह नई व्यवस्था की गई है। वहीं, पुलिस विभाग के मैदानी अमले की ड्यूटी 48 घंटे पहले तय हो जाती है। ऐसे में जिन लोगों को टीका लगना है, उनकी सूची अधिकारियों को पहले ही भेज दी गई है, ताकि उनकी ड्यूटी उसी हिसाब से लगाई जाए कि वे ड्यूटी के दौरान केंद्र तक जाकर टीका लगवा पाएं।