DEWAS में माफिया ने फॉरेस्ट गार्ड की गोली मारकर हत्या कर दी, घटना की वीडियो रिकाॅर्डिंग मिली - MP NEWS

भोपाल
। बस्तियों में सीएम शिवराज सिंह चौहान भले ही कितना भी दहाड़ कर बोले कि माफिया को गाड़ दूंगा, माफिया को मिटा दूंगा, लेकिन वन माफिया जानता है कि जंगल में उसे कोई टच भी नहीं कर सकता। कहते हैं उसकी सेटिंग ऊपर तक है। जंगल में वह कुछ भी कर सकता है। देवास में एक माफिया ने उसको डिस्टर्ब करने वाले बीट गार्ड की गोली मारकर हत्या कर दी। हत्या के पूरे घटनाक्रम का वीडियो मिला है। फारेस्ट डिपार्टमेंट से जुड़े सारे लोग माफिया का नाम जानते हैं परंतु डीएफओ का कहना है कि वीडियो में बदमाशों के चेहरे नहीं दिखाई दे रहे हैं।

वन विभाग के बीट गार्ड मदनलाल वर्मा की हत्या का विवरण

देवास जिले के पुंजापुरा रेंज के रतनपुर जंगल में 52 साल के बीट गार्ड मदनलाल वर्मा ने जब माफिया को जंगल में देखा तो उनका बाइक से पीछा किया। वह चलती बाइक से ही उनका वीडियो बनाने लगे और उन्हें सरेंडर करने के लिए कहा। जवाब में माफिया  ने बंदूक निकाल ली और लहराने लगा। बीट गार्ड ने कहा कि चलाओ गोली...! यह कहते ही उसने फायर कर दिया। छाती के दाईं ओर छर्रे लगने से बीट गार्ड बाइक समेत गिर पड़े। वह वहीं कराहने लगे। इस बीच शिकारी अपनी बाइक से भाग निकले। गोली लगने से तड़पते-तड़पते गार्ड ने वहीं दम तोड़ दिया। 

मदनलाल के मोबाइल में रिकॉर्ड हुआ है उन्हीं की हत्या का वीडियो

जब वह शाम तक रेंज ऑफिस नहीं लौटे तो उनकी तलाशी शुरू हुई। उनका शव मिला तब वारदात का खुलासा हुआ। मर्डर की यह पूरी वारदात उनके मोबाइल के कैमरे में कैद हुई है। हत्या की घटना गुरुवार दिनांक 4 फरवरी 2021 की है। उनके मोबाइल में शिकारियों का पीछा करने, उनके द्वारा गोली मारने से लेकर स्वर्गीय मदनलाल की मृत्यु तक का पूरा वीडियो मौजूद है। इसी से पता चला कि माफिया ने उनकी हत्या कर दी है।

डीएफओ ने कहा वीडियो में शिकारी नजर नहीं आ रहे

DFO पीएन मिश्रा ने बताया कि इस वीडियाे में बदमाश नजर नहीं आ रहे हैं। लेकिन इस वीडियाे में बीट गार्ड बदमाशाें काे यह कहते हुए सुनाई दे रहा है कि क्याें भाग रहे हाे, रुक जाओ, चलाओ गाेली, चलाओ गाेली। इसके फौरन बाद बदमाशाें ने फायर कर दिया, उसकी भी आवाज वीडियाे में कैद हाे गई है। DFO मिश्रा के अनुसार बीट गार्ड मदनलाल वर्मा उज्जैन के रहने वाले थे। शुक्रवार काे उज्जैन में विभागीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया। ड्यूटी के दाैरान वन संपदा, वन्य प्राणियाें की रक्षा करते समय वह शहीद हुए हैं।

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