भोपाल। कलेक्टर-कमिश्नर, आइजी और पुलिस अधीक्षक के साथ वीडियो कांफ्रेंस खत्म होने के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बेतूल एवं गुना के कलेक्टरों और गुना एवं निवाड़ी के पुलिस अधीक्षकों को बदल दिया है। इसके अलावा मध्य प्रदेश राज्य पुलिस सेवा की महिला अधिकारी नेहा पच्चीसिया को गुना सीएसपी के पद से हटा दिया है।
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री ने राकेश सिंह और जितेंद्र सिंह राजे को कलेक्टर पद से हटाया
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कमिश्नर कलेक्टर कांफ्रेंस के बाद आज राकेश सिंह आईएएस को बैतूल कलेक्टर और जितेंद्र सिंह राजे आईएएस को नीमच कलेक्टर के पद से हटा दिया। बैतूल और नीमच कलेक्टर की कार्यप्रणाली को लेकर उन्होंने कहा कि व्यक्तिगत शुचिता भी अहम है। दोनों कलेक्टरों को लेकर अलग-अलग माध्यमों से शिकायतें भी पहुंच रही थी।
राजेश सिंह और वाहिनी सिंह को पुलिस अधीक्षक पद से हटाया
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने भारतीय पुलिस सेवा के अधिकारी राजेश सिंह को गुना पुलिस अधीक्षक और वाहिनी सिंह को निवाड़ी पुलिस अधीक्षक के पद से हटा दिया है। इसके साथ ही मध्य प्रदेश राज्य पुलिस सेवा की महिला अधिकारी नेहा पच्चीसिया को गुना सीएसपी के पद से हटा दिया है। वाहिनी सिंह को खराब परफॉर्मेंस के कारण जबकि राजेश सिंह आईपीएस और नेहा पच्चीसिया एसपीएस को बौहरा मुस्लिम समाज के धर्मगुरु सैयदना साहब के खिलाफ FIR दर्ज करने के मामले में हटाया गया है।
बोहरा धर्म गुरू सैयदना साहब के खिलाफ गुना में कौन सा मामला दर्ज हुआ था
सूत्रोंं के मुताबिक मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने दिनभर चली बैठक के बाद कमजोर प्रदर्शन करने वाले अधिकारियों को हटाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि गुना में सैयदना साहब के नाम FIR दर्ज कर दी गई थी। जबकि, वे मुंबई में रहते हैं। उनकी कहीं कोई भूमिका नहीं है और न ही कहीं किसी दस्तावेज में हस्ताक्षर थे। इस बारे में बोहरा समाज द्वारा नाराजगी जताते हुए मुख्यमंत्री से शिकायत की गई थी। इसके बाद गुना पुलिस ने उनका नाम FIR से हटा भी दिया था। मामला गुना में बने बोहरा कांप्लेक्स का है, जिसमें 9 दुकानों की जगह ज्यादा दुकानें बना ली गई थी। राजस्व विभाग ने जांच में इसे अवैध पाया था और उनके आवेदन पर पुलिस ने दो अलग-अलग FIR बोहरा कमेटी गुना के सचिव शैफी सहित तीन अन्य के खिलाफ दर्ज की थी।