गेहूं, चना, मसूर को इल्ली के प्रकोप से बचाने वाली दवाई कैसे बनाएं, यहां पढ़िए - KISAN SAMACHAR

शिवपुरी। उप संचालक कृषि के द्वारा समस्त कृषक भाईयों को सलाह दी जाती है कि इन दिनों गेहूं की फसल में इल्ली का शुरूआती प्रकोप देखा गया है। यह कीट शुरूआत में पत्तियों को कुतर कर खाता है व बाद में बालियों को नीचे से ऊपर की ओर नुकसान पहुंचाता है, जिससे बालियां सूखी हुई दिखाई देती है। 

उपसंचालक, किसान कल्याण तथा कृषि विकास ने बताया कि इस कीट के नियंत्रण हेतु इमामैक्टिन बैंजोएट 100 ग्राम या फ्लूबेंडामइड 50 ग्राम या इण्डोक्सार्काब 125 ग्राम प्रति एकड 200 लीटर पानी में घोल बनाकर छिड़काव करें। 

चने की फसल में इल्ली के नियंत्रण हेतु प्राफेनोफॉस 50 ई.सी. या क्विनालफॉस 25 ई.सी. 1.5 लीटर, हेक्टेयर प्रयोग करें। मसूर या तिवडा में माहू नियंत्रण हेतु इमिडाक्लोप्रिड या एसीटामिप्रिड 125 ग्राम, हेक्टेयर दवा का उपयोग कर नियंत्रण करें।

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