हनुमान जी 11 किलोमीटर प्रति सेकंड की स्पीड से उड़ते थे, विज्ञान के प्रमाण पढ़िए - GK IN HINDI

यह तो पूरी दुनिया मान चुकी है कि रामायण कोई काल्पनिक उपन्यास नहीं है। भगवान श्री राम के शारीरिक अस्तित्व को सभी स्वीकार कर चुके हैं। समुद्र में वह पुल भी मिल चुका है जो नल और नील ने भारत से रावण की लंका तक पहुंचने के लिए बनाया था। कथा में बताया जाता है कि श्री राम भक्त हनुमान हवा में उड़ सकते थे। वानर गुण होने के कारण विज्ञान यह मानता है कि वह हवा में लंबी छलांग लगा सकते थे। सवाल यह है कि हनुमान जी जब हवा में छलांग लगाते थे तो उनकी हाई स्पीड कितनी होती थी:- 

श्री हनुमान चालीसा की किस दोहे में पृथ्वी से सूर्य की दूरी बताई गई है

श्री रामचरितमानस में विज्ञान के कई रहस्य लिखे हुए। वैज्ञानिकों के पता लगाने से पहले श्री हनुमान चालीसा में पृथ्वी से सूर्य की दूरी (जुग सहस्त्र जोजन पर भानु, लील्यो ताहि मधुर फल जानू) बताई गई है। इस दोहे का सरल अर्थ यह है कि हनुमानजी ने एक युग सहस्त्र योजन की दूरी पर स्थित भानु यानी सूर्य को मीठा फल समझकर खा लिया था।
एक युग = 12000 वर्ष
एक सहस्त्र = 1000
एक योजन = 8 मील
युग x सहस्त्र x योजन = पर भानु
12000 x 1000 x 8 मील = 96000000 मील
एक मील = 1.6 किमी
14.96 करोड़ किलोमीटर।

श्री हनुमान जी की हवा में उड़ने की स्पीड कितनी थी - Hanuman ji ki flying speed

यह बताने की जरूरत नहीं कि यदि किसी भी चीज को पृथ्वी से किसी दूसरे ग्रह (चंद्रमा को छोड़कर) तक जाना है तो उसे पृथ्वी के गुरुत्वाकर्षण से मुक्त होना होगा। पृथ्वी के गुरुत्वाकर्षण (gravitational force) से मुक्त होने के लिए पलायन वेग (escape velocity) होना जरूरी है। यदि स्पीड नहीं हुई तो वह चीज पृथ्वी के गुरुत्वाकर्षण में बनी रहेगी और गोल गोल पृथ्वी के चक्कर लगाती रहेगी। अंतरिक्ष विज्ञान के अनुसार पृथ्वी के गुरुत्वाकर्षण से बाहर निकलने के लिए किसी भी चीज को कम से कम 11 किलोमीटर मीटर प्रति सेकेंड की स्पीड से उड़ना होगा। क्योंकि उपरोक्त दोहे में बताया गया है कि हनुमान जी ने पृथ्वी से सूर्य तक की यात्रा की है अतः उनके उड़ने या छलांग लगाने की हाई स्पीड 11 किलोमीटर प्रति सेकंड से ज्यादा होगी। 

Flying Speed of Hanuman Ji 

तभी तो वह विशाल समुद्र पार करके लंका तक पहुंच पाए थे और उनकी गति के कारण ही संजीवनी बूटी वाला पर्वत हिमालय से युद्ध भूमि तक लाया जा सका। नहीं तो भगवान श्री लक्ष्मण वीरगति को प्राप्त हो जाते। Notice: this is the copyright protected post. do not try to copy of this article (current affairs in hindi, gk question in hindi, current affairs 2019 in hindi, current affairs 2018 in hindi, today current affairs in hindi, general knowledge in hindi, gk ke question, gktoday in hindi, gk question answer in hindi,)

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