N95 मास्क से सांस और घबराहट की बीमारी हो सकती है: डॉ आरएस मीणा - BHOPAL NEWS

भोपाल।
गांधी मेडिकल कॉलेज में असिस्टेंट प्रोफेसर एवं हमीदिया हॉस्पिटल में हृदय रोग विभाग के विशेषज्ञ डॉ आर एस मीणा का कहना है कि N95 फेस मास्क सभी प्रकार के लोगों के लिए लाभदायक नहीं है बल्कि कुछ लोगों को इसके कारण घबराहट या सिरदर्द की बीमारी हो सकती है। 

क्या वाहन चलाते समय फेस मास्क लगाना चाहिए

हमीदिया अस्पताल में हृदय रोग विभाग के सह-प्राध्यापक डॉ आरएस मीणा ने कहा कि स्वस्थ व्यक्ति को मास्क लगाने से कोई दिक्कत नहीं होती, लेकिन जिनके फेफड़े पहले ही पूरी तरह कार्बन डाइऑक्साइड को बाहर नहीं कर पाते, उन्हें दिक्कत हो सकती है। ऐसे लोगों को ज्यादा जरूरी ना हो तो कपड़े का या सर्जिकल मास्क लगाना चाहिए। एन95 मास्क लगाने से उन्हें बचना चाहिए। उन्होंने कहा कि हाइपरकेपनिया की वजह से चक्कर आना, सिर दर्द, घबराहट, बेचैनी और सांस लेने में दिक्कत जैसी समस्‍याएं हो सकती हैं।

फेस मास्क कब लगाएं और कब हटाए, कैसे उपयोग करें

हमीदिया अस्पताल के छाती व श्वास रोग विभाग के सहायक प्राध्यापक डॉ. विकास मिश्रा ने कहा कि एन95 मास्क स्वास्थ्यकर्मियों को लगाने की जरूरत होती है। सामान्य व्यक्ति सर्जिकल मास्क लगाकर भी अपना बचाव कर सकता है। उन्होंने कहा कि व्यायाम करते समय, गाड़ी चलाते समय और सीढ़ियां चढ़ते समय मास्क उतार लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि खाली जगह पर जाकर पहले हाथों को अच्छे से सैनिटाइज करें। इसके बाद मास्क की कान में फंसाने वाली पट्टी पकड़कर मास्क कुछ देर के लिए उतार सकते हैं। मास्क उतारते और पहनते समय इसके सामने के हिस्से में हाथ ना लगाएं। 

डॉ. मिश्रा ने कहा कि एन95 मास्क का उपयोग चार-चार दिन का अंतर कर पांच बार कर सकते हैं। मास्क को धोकर या सैनिटाइज कर बार-बार उपयोग करना स्वास्थ्य के लिए ठीक नहीं है। व्यक्ति मास्क पहने होने के भरोसे में खुद का कोरोना से बचाव भी नहीं करता।
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