सोनिया गांधी से मिले कमलनाथ, मध्य प्रदेश कांग्रेस में बड़े फेरबदल की तैयारी - MP NEWS

भोपाल
। इससे पहले कि मध्यप्रदेश विधानसभा उपचुनाव 2020 में 19 सीटों पर हार के लिए कमलनाथ को जिम्मेदार ठहराया जाता, कमलनाथ ने चुनाव में हार की जिम्मेदारी जिला स्तर के नेताओं पर डालकर कड़ी कार्रवाई शुरू कर दी है। शुक्रवार को कमलनाथ ने सोनिया गांधी से मुलाकात की और आगे की रणनीति बताई। कांग्रेस पार्टी में जिला स्तर पर बड़े फेरबदल की तैयारियां शुरू कर दी है।

कुर्सी छोड़ने के मूड में नहीं है कमलनाथ

सोनिया गांधी से मुलाकात के बाद कमलनाथ ने 19 सीटों के विधानसभा प्रभारियों और जिला अध्यक्षों से डिटेल रिपोर्ट मांगी है। इसके साथ ही कहा है कि यदि जिला अध्यक्ष और विधानसभा प्रभारी का फीडबैक संतोषजनक नहीं रहा तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। कुल मिलाकर, कमलनाथ कुर्सी छोड़ने के मूड में नहीं है। वह मध्यप्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष भी रहेंगे और कांग्रेस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष भी। यही कारण है कि उन्होंने उन सभी कांग्रेस नेताओं पर कार्रवाई की तलवार लटका दी है, जो प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से कमलनाथ को हार के लिए जिम्मेदार ठहरा सकते थे। 

कमलनाथ ने समीक्षा बैठक में कहा- मैं यहीं रहूंगा

उपचुनाव में हुई हार की समीक्षा बैठक में पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा था कि जो लोग कहते हैं कि मैं हार के बाद मध्य प्रदेश छोड़ दूंगा, तो वे सुन लें.. हम 2023 का चुनाव पूरी ताकत से लड़ेंगे। नगरीय निकाय और पंचायत चुनाव नजदीक हैं, जिसमें पूरी तैयारी के साथ जनता के बीच जाएंगे। 

इमरती देवी मामले में सोनिया गांधी नाराज लेकिन चिंता की बात नहीं 

इमरती देवी के संदर्भ में की गई टिप्पणी से सोनिया गांधी नाराज है क्योंकि कमलनाथ ने राहुल गांधी के विचारों को उनके व्यक्तिगत विचार बता दिया था। इस प्रकार उन्होंने राहुल गांधी को सार्वजनिक रूप से अपना नेता मानने से इनकार कर दिया था परंतु कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि सोनिया गांधी की नाराजगी से चिंता की कोई बात नहीं है। जब तक मध्य प्रदेश कांग्रेस पार्टी के भीतर से कोई बड़ी आवाज नहीं आती तब तक कमलनाथ की कुर्सी पर हाईकमान की ओर से कोई खतरा नहीं है।

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