ग्वालियर। ग्वालियर से लेकर भोपाल तक जिसके लिए कांग्रेस ने बवाल मचा रखा था। ज्योतिरादित्य सिंधिया का पुतला जलाया, मुकदमा झेला, वह इंदर सिंह संचालक बालाजी गार्डन भाजपा के साथ खड़ा नजर आया। रविवार को भाजपा नेता पप्पन शर्मा के साथ मीडिया के सामने आकर कहा कि कांग्रेस वेबजह इस मामले को मुददा बना रही है इससे भाजपा या सांसद सिंधिया का कोई लेना देना नही है। जिला प्रशासन जो भी कार्रवाई कर रहा है वह पूरी तरह से कानूनी है और वैधानिक भी है इसको लेकर इंदर सिंह और उनका परिवार प्रशासन का पूरा सहयोग कर रहे हैं। कहा जा रहा था कि यह कार्रवाई कांग्रेस नेता अशोक सिंह से बदला लेने के लिए ज्योतिरादित्य सिंधिया के इशारे पर की जा रही है।
रविवार को गार्डन के संचालक इंदर सिंह ने कहा कि प्रशासन की पूरी कार्रवाई के वे कानूनी पहलुओं पर अपने वकील के माध्यम से विचार करवा रहे हैं। इस मामले को लेकर कांग्रेस के नेता बिना किसी साक्ष्य के आधार के प्रशासन और भाजपा नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया पर जो आरोप लगा रहे हैं वे पूरी तरह से बेबुनियाद है और कांग्रेस इस मुददे में राजनीति कर रही है इसका उनके परिवार का कोई लेना देना है। प्रशासन की कार्रवाई का वे समर्थन कर रहे हैं।
इंदर सिंह के छोटे भाई माठू यादव युवा कांग्रेस के नेता हैं मगर प्रशासन की कार्रवाई के सामने वे भी कुछ नहीं बोल रहे हैं। वहीं इंदर सिंह एजी ऑफिस के कर्मचारी हैं। इनके एक परिजन नरेंद्र सिंह कांग्रेस के पूर्व पार्षद रहे हैं। इनका और कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष अशोक सिंह का परिवार एक ही है। चार दिन पहले कार्रवाई होने पर इन्होंने ही कहा था कि प्रशासन उनको केवल अशोक सिंह के परिजन होने की वजह से निशाना बना रहा है। मगर अब यूटर्न ले लिया। इस मामले पर जब कांग्रेस के नेता अशोक सिंह का कहना है कि वे कुछ भी बोलने की स्थिति में नही हैं।