KAMALNATH को डेमोक्रेसी नहीं है डिक्टेटरशिप पसंद है: भाजपा प्रदेश अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा - GWALIOR NEWS

ग्वालियर।
भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष एवं सांसद विष्णु दत्त शर्मा ने प्रेस से बातचीत के दौरान कांग्रेस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष, विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष और उपचुनाव में कांग्रेस का चेहरा कमलनाथ पर ताबड़तोड़ कई हमले किए। उन्होंने कहा कि कमलनाथ को डेमोक्रेसी (लोकतंत्र) नहीं डिक्टेटरशिप पसंद है। 1975 में उन्होंने भारत से लोकतंत्र खत्म करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी और अब कांग्रेस पार्टी का लोकतंत्र खत्म कर दिया।

ग्वालियर-चंबल अंचल में कांग्रेस का वजूद ज्योतिरादित्य सिंधिया के कारण था

भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष श्री विष्णुदत्त शर्मा ने कहा कि ग्वालियर-चंबल अंचल में कांग्रेस का वजूद ज्योतिरादित्य सिंधिया के कारण था, स्वभाविक है कि वे अब कांग्रेस में नहीं हैं तो अंचल में भी कांग्रेस नहीं बची है। इक्का-दुक्का समर्थक दिग्विजय सिंह के पाये जाते हैं, लेकिन वे भी पूरी सक्रियता के साथ कमलनाथ एंड कंपनी को पलीता लगाने में जुटे हुए हैं। 

मध्यप्रदेश में कांग्रेस पार्टी अब कमलनाथ प्राइवेट लिमिटेड कंपनी बन गई है

मध्यप्रदेश में कांग्रेस अपना अस्तित्व खोती जा रही है, क्योंकि यह पार्टी अब कमलनाथ प्राइवेट लिमिटेड कंपनी बन गई है। प्रदेश अध्यक्ष से लेकर मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष तक सारे पदों पर लगातार कमलनाथ का कब्जा है, इस कारण से कांग्रेस के कार्यकर्ता हताश होकर घर बैठ गये हैं। विशेषकर ग्वालियर-चंबल संभाग में कांग्रेस के नाम पर सन्नाटा पसरा हुआ है। हालत यहां तक खराब हैं कि कमलनाथ के ग्वालियर प्रवास के दौरान दिग्विजय सिंह के समर्थकों ने भी उनसे किनारा कर लिया। श्री शर्मा ने यह बात ग्वालियर-चंबल अंचल में अपने चुनावी प्रवास के बाद एक पत्रकारवार्ता में कही।

ग्वालियर में दिग्विजय सिंह समर्थकों ने कमलनाथ का बहिष्कार किया

पिछले दिनों जब श्रीमान कमलनाथ ग्वालियर आए थे, तब तमाम भाड़े के लोगों को बुलाने के बावजूद वे अपने जुलूस को कांग्रेस का जुलूस नहीं बना पाये, क्योंकि दिग्विजय सिंह के समर्थकों ने इस कार्यक्रम का पूरी तहत बहिष्कार किया। 

दिग्विजय सिंह अपने आपमें एक ड्रिस्टेक्टिव करेक्टर हैं

भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष श्री विष्णु दत्त शर्मा ने कहा कि दिग्विजय सिंह अपने आपमें एक ड्रिस्टेक्टिव करेक्टर हैं। पहले उनके निशाने पर श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया रहे और अब कमलनाथ हैं। कमलनाथ सरकार के गिरने के दो बड़े कारण हैं, पहला मध्यप्रदेश की जनता और विशेषकर ग्वालियर-चंबल संभाग के साथ की गई गद्दारी और दूसरा दिग्विजय सिंह पर जरूरत से ज्यादा भरोसा।

कांग्रेस पार्टी के हर पथ पर कमलनाथ बैठे हैं

श्री शर्मा ने कहा कि मध्यप्रदेश कांग्रेस का दुर्भाग्य है कि यहां की पार्टी भी सोनिया राहुल के नक्शे कदम पर चल पड़ी है, इसीलिये मध्यप्रदेश कांग्रेस कमलनाथ प्राइवेट लिमिटेड कंपनी बन गई है। कमलनाथ प्रदेश अध्यक्ष बने, वे ही फिर मुख्यमंत्री बने, मुख्यमंत्री से हटने के बाद वे ही नेता प्रतिपक्ष बन बैठे और साथ में स्थायी अध्यक्ष तो हैं ही। 

कांग्रेस की जमीन सरक गई तो ज्योतिरादित्य सिंधिया की जमीन नाप रहे हैं

सांसद विष्णु दत्त शर्मा ने कहा कि आज जब कांग्रेस नीति, नियत और नेताविहीन हो गई है, तब उसके लोग डी ग्रेड की बातें करने लगे हैं। उन्होंने जमीन, जमीन, जमीन के राग अलाप रखे हैं, हम इसके पीछे की पीड़ा समझ सकते हैं क्योंकि सिंधिया जी के कारण कांग्रेस की जमीन खिसक गई है। वैसे भी जमीन कांग्रेस का प्रिय विषय है। चाहे वह छह हजार करोड़ के नेशनल हेराल्ड का विषय हो, चाहे हजारों करोड़ की जीजाजी की जमीन हो।

जब कांग्रेस की सरकार थी तब जमीन की याद क्यों नहीं आई

श्री शर्मा ने कहा कि सिंधिया जी पर आरोप लगाने वाले दोगले लोग हैं। मैं पूछना चाहता हूं कि आप लगभग 50 वर्षों तक मध्यप्रदेश की सत्ता में रहे और हाल ही में 15 महीने तक की सरकार भी आपने चलाई, तब आपको किसी जमीन की याद क्यों नहीं आई। 

1975 में भारत का लोकतंत्र खत्म करने वालों में कमलनाथ भी मुख्य आधार थे

उन्होंने कहा कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गोविंद सिंह जी ने दो दिन पहले ही आरोप लगाया है कि कांग्रेस में आंतरिक लोकतंत्र खत्म हो गया है। उनका यह कहना सामान्य घटना नहीं है। श्री शर्मा ने कहा कि देश के लोकतंत्र पर 1975 में जो आघात किया गया था उसमें गांधी परिवार के साथ-साथ कमलनाथ भी मुख्य आधार थे। 

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