पौराणिक कथानुसार नर्मदा नदी को भगवान शिव की पुत्री के रूप में जाना जाता है, इसलिए नर्मदा को शांकरी भी कहते हैं। कथानुसार लोक कल्याण के लिए भगवान शंकर तपस्या करने के लिए मैकाले पर्वत पर पहुंचे। उनकी पसीनों की बूंदों से इस पर्वत पर एक कुंड का निर्माण हुआ। इसी कुंड में एक बालिका उत्पन्न हुई। जो शांकरी व नर्मदा कहलाई। शिव के आदेशनुसार वह एक नदी के रूप में देश के एक बड़े भूभाग में रव (आवाज) करती हुई प्रवाहित होने लगी। रव करने के कारण इसका एक नाम रेवा भी प्रसिद्ध हुआ। मैकाले पर्वत पर उत्पन्न होने के कारण वह मैकाले सुता भी कहलाई।
नर्मदा नदी को शिव पुत्री और गंगा के समान पवित्र क्यों कहते हैं, पढ़िए 2 पौराणिक कथाएं / SHIV KA SAWAN
July 16, 2020
भोपाल समाचार से जुड़िए |
कृपया गूगल न्यूज़ पर फॉलो करें यहां क्लिक करें |
टेलीग्राम चैनल सब्सक्राइब करने के लिए यहां क्लिक करें |
व्हाट्सएप ग्रुप ज्वाइन करने के लिए यहां क्लिक करें |
X-ट्विटर पर फॉलो करने के लिए यहां क्लिक करें |
समाचार भेजें editorbhopalsamachar@gmail.com |
जिलों में ब्यूरो/संवाददाता के लिए व्हाट्सएप करें 91652 24289 |