भोपाल। मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने कहा है कि चिकित्सक और चिकित्सा सेवा से जुड़े कर्मचारी अपनी सोच और रवैये में परिवर्तन लायें, जिससे चिकित्सा की नई तकनीकों और संसाधनों का मानव हित में बेहतर उपयोग किया जा सके। उन्होंने कहा कि चिकित्सा सेवा को व्यवसाय नहीं बल्कि समाज सेवा की भावना से किया जाना चाहिए। श्री कमल नाथ छिन्दवाड़ा में जिला चिकित्सालय परिसर में 42 करोड़ 36 लाख रूपये लागत के विभिन्न स्वास्थ्य केन्द्रों और अस्पतालों के स्टॉफ क्वाटर्स के 80 निर्माण कार्यों का भूमि-पूजन और लोकार्पण कर चिकित्साकर्मियों को संबोधित कर रहे थे।
मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने कहा कि छिन्दवाड़ा जिला यहाँ मेडिकल कॉलेज की स्थापना के बाद मेडिकल हब बन चुका है। इसका सीधा लाभ अब छिन्दवाड़ा नहीं बल्कि सिवनी, बालाघाट, बैतूल और नरसिंहपुर जिले के नागरिकों को भी मिल रहा है। उन्होंने बताया कि अब इन जिलों के नागरिकों को स्वास्थ्य सेवाओं के लिये अन्य महानगरों की ओर नहीं जाना पड़ता।
सांसद श्री नकुल नाथ ने इस अवसर पर कहा कि मुख्यमंत्री ने आज छिन्दवाड़ा जिले में विकासखण्ड एवं ग्रामीण स्तर पर स्वास्थ्य सेवाओं का विस्तार किया है। इससे जरूरतमंदों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएँ मिल सकेंगी, छोटी-मोटी स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के लिये जिला मुख्यालय और महानगर की ओर नहीं जाना पड़ेगा।
लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री श्री तुलसी राम सिलावट ने कहा कि छिन्दवाड़ा मॉडल की तर्ज पर सम्पूर्ण मध्यप्रदेश विकास की दिशा में आगे बढ़ रहा है। स्वास्थ्य एवं अन्य आवश्यक जन-सुविधाओं का ग्रामीण अंचल तक विस्तार किया जा रहा है। इससे निश्चित ही आम आदमी को राहत मिलेगी। उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य विभाग में चिकित्सकों और मेडिकल स्टॉफ की कमी को दूर किया जा रहा है।
इस अवसर पर जिले के प्रभारी लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री श्री सुखदेव पांसे, पूर्व मंत्री श्री दीपक सक्सेना, मध्यप्रदेश बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष श्री गंगाप्रसाद तिवारी, राज्य कृषि सलाहकार परिषद के सदस्य श्री विश्वनाथ ओकटे और प्रमुख सचिव स्वास्थ्य श्रीमती पल्ल्वी जैन गोविल उपस्थित थे।