भोपाल। भारत सरकार के बजट 2020 पर प्रतिक्रियाओं का सिलसिला जारी है। मध्यप्रदेश तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ के प्रांतीय महामंत्री लक्ष्मीनारायण शर्मा ने बजट की समीक्षा करते हुए बताया कि इस बजट में कर्मचारियों के साथ ठगी हो गई है। अब तक हर बजट में कर्मचारियों को कुछ उम्मीद है मिल जाती थी परंतु इस बार तो उम्मीदों का झुनझुना भी नहीं मिला। इनकम टैक्स का नया स्लैब घोषित किया गया है परंतु उसकी शर्तें हानिकारक है।
मध्यप्रदेश तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ के प्रांतीय महामंत्री लक्ष्मीनारायण शर्मा ने केंद्रीय बजट 2020 पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यह बजट नौकरी पेशा वेतन भोगी लोगो के लिये घौर निराशाजनक रहा है। आयकर की जो नई स्लैब लागू की गई है वह महज आंकडों की बाजीगीरी है। इस ऐतहासिक बजट में नौकरी पेशा लोगों को विकल्प दिया गया है कि वह पुरानी अथवा नई स्लैव के आधार पर अपना आयकर जमा कर सकते है।
यदि नौकरी पेशा नये स्लैब के अनुसार आयकर जमा करेंगे तो उन्हे पहले मिलनी बाली सभी 70 छूटों को छोडना पडेगा। इस बजट ने वृद्ध पेंशनरों को आय सीमा में मिलने वाली छूट से भी वंचित कर दिया गया है। कुल मिलाकर उम्मीदों के नाम पर खोदा पहाड निकली चुहिया की कहावत लेकर आया है ये बजट।
केन्द्रीय बजट 2020 ने नौकरी पेशा लोगो को किया निराश।
उम्मीदों पर फिरा पानी, उम्मीदों के नाम पर झुनझुना भी नही।
इंकम टैक्स स्लेब में हुआ मामूली बदलाव।
नये और पुराने टैक्स दोनो स्लैब लागू, आप ने तय करना है कोन सा उपयुक्त रहेगा।
168 वर्षो के इतिहास में पहली बार लागू हुई आयकर की वैकिल्न्पक व्यवस्था।
नया स्लैव लेने पर छोडना पडेंगी सारी छूट।