भोपाल। ध्यान आकर्षित करने वाली खबर मध्य प्रदेश के शिवपुरी जिले से आ रही है। यहां एक लड़की 11 महीने से अपनी शादी का इंतजार कर रही है। मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के कारण उसकी अब तक शादी नहीं हो पाई। पहले वह जनपद स्तर तक चक्कर लगाती रही और अब जिला मुख्यालय के चक्कर काट रही है। आज तो उसके सब्र का बांध ही टूट पड़ा।
लड़की ने अपना नाम रचना ओझा बताया है। उसके पिता का नाम राधे लाल हो जाए। लड़की क्या ख्यवदा कला गांव की रहने वाली है। लड़की की शिकायत और अधिकारियों से बातचीत के बाद कहानी समझ में आई। लड़की की शादी तय हो चुकी है। वह चाहती है कि उसका विवाह समारोह कन्यादान योजना के तहत आयोजित होने वाले सम्मेलन में हो क्योंकि उसके पास विवाह आयोजन के लिए पैसा नहीं है। वह योजना के लाभ के लिए पात्रता रखती है।
लड़की ने कई बार आवेदन दिया। वह सिर्फ इतना चाहती है कि जब भी कन्यादान योजना के तहत सम्मेलन का आयोजन हो उसे सूचित कर दिया जाए। उसी सम्मेलन में उसका भी विवाह करा दिया जाए लेकिन अधिकारी उसे कभी सूचित नहीं करते। लड़की का कहना है कि यदि सम्मेलन में शादी नहीं करवाना कन्यादान योजना के तहत दी जाने वाली ₹51000 की सहायता राशि उसे एडवांस में दे दी जाए ताकि उसकी शादी हो सके। वह हर बार किसी नया अधिकारी से मिलती है आवेदन देती है और उम्मीदों के साथ वापस लौट जाती है लेकिन इस बार उसका गुस्सा फूट पड़ा। जन सुनवाई के दौरान उसने अधिकारियों को खूब खरी-खोटी सुनाई।