राजगढ़। पूर्व मंत्री और भाजपा नेता बद्रीलाल यादव के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। एसडीएम ब्यावरा के आवेदन पर धारा 188, 294 के तहत एफआइआर की गई है। बुधवार को पूर्व मंत्री ने कलेक्टर निधि निवेदिता खिलाफ आपत्तिजनक बयान दिया था। इसके बाद मप्र IAS एसोसिएशन ने कड़ा विरोध जताया था। वहीं कांग्रेस नेताओं ने भी कलेक्टर को लेकर दिए गए बयान को शर्मनाक बताया था।
इधर, पूर्व मंत्री यादव ने अपने बयान को लेकर सफाई दी है। उन्होंने कहा कि मैंने पहले ही कहा था कि मेरे बात को अन्यथा न लें। फिर अगर किसी को ठेस पहुंची है तो मैं अपने बयान पर खेद व्यक्त करता हूं। मेरे कहने का आशय गलत नहीं था। वहीं, बयान से नाराज राजगढ़ जिले के एक दर्जन से अधिक संगठनों से जुड़े कर्मचारी और अधिकारी गुरुवार को कलम बंद हड़ताल पर चले गए हैं। इससे कलेक्टरेट और तहसील कार्यालयों में कामकाज पूरी तरह से ठप पड़ा है। गुरुवार को सुबह से राजगढ़ जिले के पटवारी संघ, आरआई संघ, नगरपालिका कर्मचारी संघ, जिले के सीएमओ, डिप्टी कलेक्टर, तहसीलदार नायब, तहसीलदार जनपद सीईओ, पंचायत इंस्पेक्टर, रोजगार सहायक, पंचायत मंत्री आदि से जुड़े कर्मचारी संगठन हड़ताल पर चले गए। कर्मचारी संघ ने कलम बंद हड़ताल में काली पट्टी बांधकर विरोध जताया। यहां की तहसीलों और कलेक्टरेट कार्यालय में कामकाज पूरी तरह से बंद है।
मप्र आईएएस एसोसिएशन के अध्यक्ष आईसीपी केशरी ने पत्र जारी कर कहा कि राजगढ़ में महिला अधिकारी के खिलाफ बयान कामकाजी महिलाओं को हतोत्साहित और उन्हें नीचा दिखाने वाला है। स्वाति मीणा ने ट्वीट किया कि भाजपा नेता द्वारा उपयाेग किए गए शब्द महिलाओं के सम्मान के खिलाफ हैं। क्या यह वही धरती है जहां दुर्गा और लक्ष्मी की पूजा होती है। पी. नरहरि ने अपने ट्वीट में लिखा है कि वे किसी भी अधिकारी और महिला के लिए उपयोग किए गए ऐसे बयानों का विरोध करते हैं। रघुराज राजेंद्रन ने कहा कि पब्लिक मीटिंग में इस तरह की भाषा प्रदेश और देश का प्रतिनिधित्व नहीं कर सकती।
इधर, पूर्व मंत्री यादव ने अपने बयान को लेकर सफाई दी है। उन्होंने कहा कि मैंने पहले ही कहा था कि मेरे बात को अन्यथा न लें। फिर अगर किसी को ठेस पहुंची है तो मैं अपने बयान पर खेद व्यक्त करता हूं। मेरे कहने का आशय गलत नहीं था। वहीं, बयान से नाराज राजगढ़ जिले के एक दर्जन से अधिक संगठनों से जुड़े कर्मचारी और अधिकारी गुरुवार को कलम बंद हड़ताल पर चले गए हैं। इससे कलेक्टरेट और तहसील कार्यालयों में कामकाज पूरी तरह से ठप पड़ा है। गुरुवार को सुबह से राजगढ़ जिले के पटवारी संघ, आरआई संघ, नगरपालिका कर्मचारी संघ, जिले के सीएमओ, डिप्टी कलेक्टर, तहसीलदार नायब, तहसीलदार जनपद सीईओ, पंचायत इंस्पेक्टर, रोजगार सहायक, पंचायत मंत्री आदि से जुड़े कर्मचारी संगठन हड़ताल पर चले गए। कर्मचारी संघ ने कलम बंद हड़ताल में काली पट्टी बांधकर विरोध जताया। यहां की तहसीलों और कलेक्टरेट कार्यालय में कामकाज पूरी तरह से बंद है।
मप्र आईएएस एसोसिएशन के अध्यक्ष आईसीपी केशरी ने पत्र जारी कर कहा कि राजगढ़ में महिला अधिकारी के खिलाफ बयान कामकाजी महिलाओं को हतोत्साहित और उन्हें नीचा दिखाने वाला है। स्वाति मीणा ने ट्वीट किया कि भाजपा नेता द्वारा उपयाेग किए गए शब्द महिलाओं के सम्मान के खिलाफ हैं। क्या यह वही धरती है जहां दुर्गा और लक्ष्मी की पूजा होती है। पी. नरहरि ने अपने ट्वीट में लिखा है कि वे किसी भी अधिकारी और महिला के लिए उपयोग किए गए ऐसे बयानों का विरोध करते हैं। रघुराज राजेंद्रन ने कहा कि पब्लिक मीटिंग में इस तरह की भाषा प्रदेश और देश का प्रतिनिधित्व नहीं कर सकती।