भोपाल। विधानसभा चुनावों से पूर्व कांग्रेस पार्टी ने विभिन्न क्षेत्रों में गहन शोध के पश्चात वचनपत्र बनाया था, जिसमे जनहित के मुद्दे शामिल किये गए थे। अतिथिविद्वानों के नियमितीकरण की माँग पिछले दो दशकों से लंबित थी। जिसे पूरा करने के उद्देश्य से कांग्रेस पार्टी ने अतिथिविद्वानों के नियामितिकरण का वचन, वचनपत्र में दिया था जिसे हर हाल में पूरा किया जाएगा। नियमितीकरण के लिए विभिन्न संघों से प्रस्ताव प्राप्त हुए है। जिसका ड्राफ्ट तैयार कराया जा रहा है। राज्य सरकार जल्द नियमितीकरण का रास्ता निकाल कर प्रक्रिया को अमल में लाएगी। यह बातें मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री व कांग्रेस पार्टी के राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने पत्रकारों से बात करते हुए कही।
विदित हो कि दिग्विजय सिंह शक्तिपीठ में शंकराचार्य के दर्शन के पश्चात राजकोट एक्सप्रेस से भोपाल लौट रहे थे। अतिथिविद्वान नियमितीकरण संघर्ष मोर्चा के संयोजक डॉ देवराज सिंह ने कहा है कि पूर्व में भी माननीय दिग्विजय सिंह जी ने हमारी मांगों का समर्थंन किया था। अभी हाल में ही उनके निवास में हुई सौजन्य भेंट में मोर्चा के पदाधिकारियों को राजा साहब दिग्विजय सिंह ने नियमितीकरण का भरोसा दिलाया था। अब सरकार के साथ साथ दिग्विजय सिंह जी की भी ज़िम्मेदारी है कि वे जल्द नियामियिकरण का वचन सरकार से पूरा करवाएं।
आग के बाद अब बारिश ने रुलाया अतिथिविद्वानों को
अतिथिविद्वान नियमितीकरण संघर्ष मोर्चा में प्रदेश प्रवक्ता डॉ मंसूर अली के अनुसार अभी अतिथिविद्वान एक दिवस पूर्व पंडाल में घटित आगजनी की घटना व षड्यंत्र के मानसिक दबाव से उबर भी नही पाए थे कि कड़ाके की ठंड के बीच भोपाल का मौसम फिर खराब हो गया। तेज़ बारिश से पूरा शाहजहांनी पार्क पानी से सराबोर हो गया, जिससे अतिथिविद्वानों के बैग, बिस्तर व अन्य सामान बुरी तरह पानी से भीग गए। डॉ मंसूर अली ने आगे कहा कि सरकार के अलावा ईश्वर भी अतिथिविद्वानों की कड़ी परीक्षा ले रहा है। लेकिन हम हर विपरीत परिस्थिति का सामना करने हेतु तैयार हैं। हम न डरेंगे, न हटेंगे। बल्कि अपना नियमितीकरण लेकर ही शाहजहांनी पार्क और भोपाल छोड़ेंगे।
उच्च शिक्षा विभाग द्वारा जारी पत्र एक छलावा
अतिथिविद्वान नियमितीकरण संघर्ष मोर्चा के मीडिया प्रभारी डॉ जेपीएस चौहान ने कहा है कि हाल ही में उच्च शिक्षा विभाग द्वारा राज्य कर्मचारी आयोग को संबोधित एक पत्र जारी किया गया है जिसमे अतिथिविद्वान संघो द्वारा उनके नियमितीकरण का प्रस्ताव प्राप्त होने की बात कही गयी है। इस संबंध में चर्चा करते हुए मीडिया प्रभारी डॉ आशीष पांडेय ने कहा है कि इस तरह का पत्राचार हमारी समस्या का समाधान नही है। सरकार बताए कि हमारे लिए अंतरिम राहत के रूप में उसके पास क्या उपाय है। सरकार को चाहिये की वह तत्काल एक ऐसा पत्र जारी कर जिसमे अतिथिविद्वानों को 65 वर्ष की आयु तक सेवा करते रहने का अवसर प्रदान करने की बात हो। जिससे अतिथिविद्वानों के अनिश्चित भविष्य का भी संरक्षण किया जा सके। इस बीच नियमितीकरण की नीति बना ली जाए। इससे अतिथिविद्वानों की समस्या का स्थायी हल ढूंढा जा सकता है।
पशु चिकित्सा क्षेत्र अधिकारी संघ ने दिया समर्थन
अतिथिविद्वान नियमितीकरण संघर्ष मोर्चा में संयोजक डॉ सुरजीत भदौरिया ने कहा है कि अतिथिविद्वानों के आंदोलन को विभिन्न संस्थाओं व संघों द्वारा समर्थंन देने का सिलसिला जारी है। इसी कड़ी में आज मध्यप्रदेश पशु चिकित्सा क्षेत्र अधिकारी संघ ने अतिथिविद्वानों की नियमितीकरण की मांग को विधिसम्मत मानते हुए अपने समर्थन का पत्र सौंपा है। संघ में प्रांताध्यक्ष बी एस वर्मा ने शाहजहांनी पार्क में पहुँच कर अपना समर्थंन अतिथिविद्वानों को देने की घोषणा की।