इंदौर। भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय आज बदले हुए अंदाज में नजर आए। पिछले कुछ दिनों से वह लगातार कमलनाथ सरकार पर हमला कर रहे थे परंतु आज कमलनाथ सरकार की अघोषित संगठन मंत्री दिग्विजय सिंह से गले मिले और सम्मान पूर्वक उन्हें पगड़ी पहनाई। राजनीति में कहा जा रहा है कि इस तरह से कैलाश विजयवर्गीय ने दिग्विजय सिंह के साथ अपनी पुरानी दोस्ती को रिचार्ज कर लिया है। अब कैलाश विजयवर्गीय गिरफ्तारी नहीं होगी।
कमिश्नर की 'औकात' और 'इंदौर में आग' के बाद मामला दर्ज हुआ था
याद दिला देगी कैलाश विजयवर्गीय विवादित बयानों में एक बयान उन पर भारी पड़ गया था। उन्होंने इंदौर कमिश्नर के लिए 'औकात' जैसे शब्द का उपयोग किया था। इसके अलावा उन्होंने इंदौर में आग लगा देने की बात भी की थी। कैलाश विजयवर्गीय के इस बयान की ना केवल सामाजिक निंदा हुई बल्कि ब्यूरोक्रेट्स ने भी इसे गंभीरता से लिया। नतीजा सीएम कमलनाथ इंदौर प्रशासन को दे दिया और कैलाश विजयवर्गीय के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया।
गिरफ्तारी के बयान से घबरा गए थे कैलाश विजयवर्गीय
भाजपा नेता कैलाश विजयवर्गीय के खिलाफ मामला दर्ज होने के बाद जब कमलनाथ सरकार के मंत्रियों ने उनकी गिरफ्तारी की बात की तो स्थिति काफी गंभीर हो गई थी। इस दौरान श्री कैलाश विजयवर्गीय की घबराहट साफ नजर आई। हालात यह बने कि मध्यप्रदेश में वर्तमान में सक्रिय पावरफुल नेताओं के अलावा पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती तक को कैलाश विजयवर्गी की गिरफ्तारी रोकने के लिए बयान देना पड़ा था। बावजूद इसके स्थिति नियंत्रण में आती नजर नहीं आ रही थी लेकिन कहते हैं ना कि राजनीति में रास्ते कभी बंद नहीं होते हैं। दिग्विजय सिंह को पगड़ी बनाने के बाद सब कुछ सामान्य नजर आया।
दिग्विजय सिंह से मिलने के बाद काफी कूल नजर आए कैलाश विजयवर्गीय
मकर संक्रांति के अवसर पर पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह से मिलने के बाद कैलाश विजयवर्गीय काफी कुल नजर आए। उन्होंने पतंग उड़ाई, मालवा का क्षेत्रीय खेल सितोलिया खेला और कई कार्यक्रमों में भाग लिया। कंट्रास्ट मैचिंग का कुर्ता और जैकेट दिग्विजय सिंह से मुलाकात के बाद ही उतर गई थी। टी-शर्ट और काले चश्मे में कैलाश विजयवर्गीय ने मकर संक्रांति पर्व का आनंद उठाया।