भोपाल। मध्य प्रदेश के सबसे हाई प्रोफाइल हनीट्रैप मामले में वायरल सीडी वाले भारतीय प्रशासनिक सेवा की अधिकारी पीसी मीणा अब खुले मैदान में उतर आए हैं। उन्होंने मुख्य सचिव को पत्र लिखकर मिलने का समय मांगा है। उनका यह पत्र वायरल भी हो गया है। अपने पत्र में आईएएस पीसी मीणा ने खुले मैदान में लड़ाई का संकेत दिया है।
मध्य प्रदेश के मुख्य सचिव एस आर मोहंती के नाम संबोधित अपने पत्र में आईएएस पीसी मीणा ने लिखा है कि मेरे खिलाफ षड्यंत्र रचा गया है। 6 महीने पहले एक सीडी वायरल की गई थी। मैंने इस कूट रचित वीडियो की जांच की मांग की थी। आईएएस पीसी मीणा ने लिखा कि जिस पद (संचालक, आदिम जाति अनुसंधान एवं विकास संस्था) पर मैं हूं, उसकी गरिमा का ध्यान रखते हुए अब तक मैं शांत था।
आईएस पीसी मीणा ने लिखा कि हनी ट्रैप मामले की जांच कर रही स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम ने अपनी एक चार्जशीट में मेरे नाम का उल्लेख किया है। एक बयान में लिखा गया है कि पत्रकार वीरेंद्र शर्मा के माध्यम से मुझे ब्लैकमेल करके 2000000 रुपए वसूले गए। यह पूरी तरह से गलत है। आईएएस पीसी मीणा ने लिखा कि इसके बाद मेरी वह मेरे परिवार की सुरक्षा को खतरा पैदा हो गया है। इसलिए मैं व्यक्तिगत रूप से मिलकर सारी सच्चाई बताना चाहता हूं।
कुल मिलाकर आईएएस पीसी मीणा ने मुख्य सचिव के नाम लिखे अपने पत्र में यह संकेत दे दिया है कि अब वह अपने पद की गरिमा का ध्यान रखते हुए शांत नहीं रहेंगे। सच्चाई क्या है यह तो समय के साथ ही सार्वजनिक हो पाएगी परंतु फिलहाल ब्यूरोक्रेट्स के बीच जो चर्चाएं चल रही है, उन्हीं चर्चाओं को सत्य माना जा रहा है। एसआईटी ने अब तक पीसी मीणा के खिलाफ ना तो कोई मामला दर्ज किया है और ना ही उनसे कोई पूछताछ की गई है। हनी ट्रैप मामले में निष्पक्ष जांच की मांग करने वाले लोगों का कहना है कि 4 सीट में जिन लोगों के नाम सामने आए हैं उन सभी के खिलाफ पद के दुरुपयोग का मामला दर्ज होना चाहिए। कम से कम उन सभी को जांच की जद में तो लिया ही जाना चाहिए। ताकि स्पष्ट हो सके कि जो बयान दर्ज कराया गया है वह सही है और उसके अलावा कहीं कोई सत्य ऐसा तो नहीं जो छुपा रह गया है।