नई दिल्ली। जनगणना 2021 के नाम पर भारतीय इतिहास का सबसे बड़ा सरकारी सर्वे शुरू हो गया है। इस बार जनगणना के नाम पर जो फॉर्म तैयार किया गया है उसमें कई सारी ऐसी निजी जानकारियां मांगी जाएंगी जो अब से पहले कभी नहीं मांगी गई थी। भारत सरकार की प्रक्रिया शुरू हो गई है। दिनांक 1 अप्रैल से 30 सितंबर के बीच सरकारी कर्मचारी आपके दरवाजे पर होंगे।
जनगणना 2021 में किस तरह के सवाल पूछे जाएंगे
गृह मंत्रालय के अधिकारियों के अनुसार हाउस लिस्टिंग और हाउसिंग सेंसस के लिए कर्मचारियों को तैनात किया गया है। गृह मंत्रालय के अधिकारियों ने बुधवार को बताया कि जनगणना अधिकारी 1 अप्रैल से 30 सितंबर तक निर्धारित हाउसिंग और हाउसिंग जनगणना के दौरान हर घर से जानकारी इकट्ठा करने के लिए पूछे जाने वाले प्रश्नों की एक श्रृंखला तैयार कर ली गई है। इसमें घर में खपत वाला मुख्य अनाज से लेकर पीने के पानी के लिए बोतल बंद पानी का उपयोग करते हैं या पैक या कोई और स्रोत, ऐसे सवाल भी पूछे जाएंगे। इंटरनेट तक पहुंच और टेलीविजन के संबंध में भी सवाल पूछे जाएंगे। टेलीविजन का उपयोग यदि करते हैं तो दूरदर्शन, केबल या किसी अन्य स्रोत से, यह जानकारी भी देनी होगी। अधिकारियों ने इसे विभिन्न सरकारी योजनाओं का लाभ वंचित लोगों तक पहुंचाने में मददगार बताया है। इसे डिजिटल रूप में भरा जाएगा।
जनगणना 2021 में यदि गलत जानकारी दी तो क्या होगा
अधिकारियों के अनुसार गलत जानकारी देने पर संबंधित व्यक्ति के खिलाफ कार्रवाई का भी प्रावधान किया गया है। यदि कोई व्यक्ति गलत जानकारी देता है तो उसके खिलाफ जुर्माना लगाया जाएगा। जुर्माने की राशि 1000 रुपये तक हो सकती है। यह नियम भी पहली बार बनाया गया है जबकि गलत जानकारी देने वाले को जुर्माना लगाया जाएगा।