भोपाल। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री कमलनाथ ने आज मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग द्वारा चयनित उम्मीदवारों के नियुक्ति आदेश जारी करने के निर्देश दिए हैं वहीं दूसरी तरफ यह भी कहा है कि जो अतिथि विद्वान पहले से काम कर रहे हैं वह यथावत रहेंगे। उनकी सेवाएं समाप्त नहीं की जा सकती।
10 दिन से प्रदर्शन कर रहे हैं पीएससी चयनित प्राध्यापक
बता दें कि मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग द्वारा चयनित लगभग 3000 उम्मीदवार पिछले 10 दिन से लगातार उच्च शिक्षा विभाग में अपनी नियुक्ति के लिए विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। प्रदर्शनकारी महू, इंदौर से एक रैली के रूप में भोपाल तक आए और भोपाल में रविवार से लगातार विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। करीब 300 सहायक प्राध्यापकों ने मुंडन करा लिया है करीब 22 असिस्टेंट ऑफिसर भूख हड़ताल पर हैं।
अतिथि विद्वानों ने छिंदवाड़ा घेर लिया था
सरकारी कॉलेजों में अतिथि विद्वानों की सेवाएं समाप्त करने का क्रम शुरू हो गया था। अपनी नौकरी बचाने के लिए प्रदेशभर के अतिथि विद्वानों में छिंदवाड़ा की तरफ कूच किया। प्रदर्शनकारियों ने छिंदवाड़ा घेर लिया था। वह छिंदवाड़ा में आने वाले हर रास्ते से अंदर की तरफ घुस रहे थे। सोमवार को पुलिस ने अतिथि विद्वानों के एक दल को छिंदवाड़ा से 13 किलोमीटर पहले देर शाम रोका। प्रदर्शनकारियों ने सड़क पर ही रात गुजारी। आज करीब 12:00 बजे पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को हिरासत में ले लिया था। बावजूद इसके आंदोलन ठंडा पड़ने की स्थिति में नहीं था।