अतिथि विद्वानों के बाद अतिथि शिक्षकों ने भी किया हड़ताल का ऐलान | MP NEWS

सीधी। संपूर्ण जिले के अतिथि शिक्षक 19 दिसंबर से भोपाल की राजधानी में बेमियादी हड़ताल पर जा रहे हैं। जारी प्रेस विज्ञप्ति में जानकारी दी गई है की जिले के लगभग हजारों  अतिथि शिक्षक 21 दिसंबर से भोपाल बोर्ड में बैठकर सत्याग्रह अनशन करके सरकार के कहे हुए और दिए गए वचन को पूरा कराने हड़ताल करेंगे। 

इसके पहले हर जिला मुख्यालयों पर हड़ताल करके सरकार का ध्यान वचन पत्र की ओर चाहा गया था बावजूद इसके सरकार ने नजरअंदाज करके अतिथि शिक्षकों के नियमितीकरण का वचन पूरा करने की बिल्कुल भी पहल नहीं की जिससे आक्रोशित होकर जिले के हजारों अतिथि शिक्षक राजधानी पहुंचकर अनिश्चितकालीन सत्याग्रह करेंगे। मध्य प्रदेश की कांग्रेस सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा गया है कि कांग्रेस की सरकार सत्ता में आने के लिए 12 नवंबर 2018 को प्रदेश कार्यालय में कांफ्रेंस के माध्यम से कहा था की सरकार बनते ही 3 महीने के भीतर अतिथि शिक्षकों को गुरुजिओ की तरह नियमित किया जाएगा। जिस की गारंटी राष्ट्रीय महासचिव कांग्रेस पार्टी दिग्विजय सिंह जी ने ली थी परंतु आज पर्यंत कोई भी रुचि नहीं दिखाई जा सकी है। बल्कि शासन के तमाम आदेशों के चलते अतिथि शिक्षकों को चाहे जब काम से निकाला जा रहा है जिससे भी जिले के आधे से अधिक अतिथि शिक्षक बेरोजगार हो चुके हैं। 

जिला अध्यक्ष रविकांत गुप्ता द्वारा बताया गया है कि इन 1 सालों के दौरान शासन ने अतिथि शिक्षकों के गुमराह करने के लिए शासन स्तर पर समिति उप समिति तथा आयोग गठन करने का काम किया है परंतु इनके द्वारा अतिथि शिक्षक हित में कौन से काम किए गए अभी तक जानकारी में नहीं है जिससे भी अतिथि शिक्षकों का खेमा सभी दृष्टि से अपने आप को ठगा हुआ और छला हुआ समझ चुका है उनके परिवार पर हो रहे वर्षों से शोषण खत्म नहीं हो पा रहा है बल्कि इस संकट के चलते प्रदेश के दर्जनों अतिथि शिक्षक या तो काल के गाल समा चुके हैं या फिर आत्महत्या कर चुके हैं अभी भी सैकड़ों अतिथि शिक्षकों के मन में स्वयं आत्महत्या तक जाने की बात चल रही है जिससे अतिथि शिक्षक संगठन और भी ज्यादा चिंतित है अपनी मांगे का निराकरण कराने के लिए सरकार का इंतजार करेंगे जिले के समस्त अतिथि शिक्षकों से अपील की गई है  21 दिसंबर से अनिश्चित काल के लिए एक अतिथि शिक्षकों को अपनी जवाबदारी के साथ पहुंचना आवश्यक है।

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