भोपाल। ताजा खबर मध्य प्रदेश के हरदा से आ रही है। यहां पुलिस गिरफ्त में एक युवक की संदिग्ध मौत हुई है। उसका शव ट्रेन की पटरी पर मिला। पुलिस का कहना है कि युवक को कोर्ट पेशी पर ले जाया जा रहा था, अचानक वह पुलिस गिरफ्त से भागा और ट्रेन के सामने कूद गया। युवक के परिजन पुलिस की कहानी पर विश्वास नहीं कर रहे। मृत युवक का नाम संतोष कोरकू बताया गया है।
यह है पुलिस की कहानी
सिराली थाने में एक नाबालिग लड़की के अपहरण का मामला दर्ज हुआ था। असल में यह एक लव स्टोरी थी। इसमें लड़का वयस्क लेकिन लड़की अवयस्क थी। लड़का संतोष अपनी प्रेमिका से शादी करने के लिए उसे लेकर भाग गया। इसलिए उसके खिलाफ अपहरण का मामला दर्ज हुआ। बाद में संतोष गिरफ्तार कर लिया गया। मेडिकल के बाद उसके खिलाफ अपनी अवयस्क प्रेमिका से बलात्कार का मामला भी दर्ज हुआ। पुलिस का कहना है कि उसे कोर्ट में पेशी के लिए ले जाया जा रहा था। रास्ते में मसनगांव रेलवे फाटक बंद था कि तभी अचानक खंडवा निवासी संतोष पुलिस गिरफ्त से छूटकर ट्रेन के सामने कूद गया जिससे उसकी मौत हो गई।
पुलिस की कहानी पर विश्वास क्यों नहीं
मृत युवक खंडवा निवासी संतोष की बहन का कहना है कि पुलिस ने उन्हें बताया था कि संतोष को सोमवार को कोर्ट में पेश करेंगे। फिर ऐसी क्या जरूरत थी जो पुलिस रविवार को ही संतोष को पेश करने ले गई।
आरोपी संतोष को पुलिस वाहन के बजाय बाइक पर बिठा कर ले जाया गया।
गिरफ्तार व्यक्ति को मजबूती से बांधा एवं पकड़ा जाता है फिर पुलिस की पकड़ ढीली क्यों थी।
आरोपी पुलिस कर्मचारियों के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं
इस मामले में आरोपी पुलिस कर्मचारियों के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं की गई है। सिविल लाइन थाना प्रभारी जयंत मर्सकोले ने बताया कि पुलिसकर्मियों की लापरवाही की जांच की जा रही है। दोष साबित होने पर कार्रवाई की जाएगी लेकिन जांच प्रभावित ना हो इसलिए दोनों आरोपी कर्मचारियों को सस्पेंड नहीं किया गया है। नियमानुसार दोनों कर्मचारियों के खिलाफ कम से कम हादसे के लिए जिम्मेदार मानते हुए आपराधिक मामला दर्ज होना चाहिए, परंतु वह भी नहीं किया गया है।